ghaziabad me mother ne kidnapping attempt ko fail kiya; गाजियाबाद में मां ने अपहरण की कोशिश को फेल किया

गाजियाबाद: गाजियाबाद के नंदग्राम एरिया में एक बदमाश ने घर में घुसकर 2 साल के बच्चे को किडनैप कर लिया। किडनैपर बच्चे को लेकर जा ही रहा था कि उसकी मां ने उसे देख लिया। इसके बाद महिला ने दौड़कर उस व्यक्ति को पकड़ लिया और बच्चे को लेकर जाने की वजह पूछी। इसके बाद भी बदमाश ने बच्चे को नहीं छोड़ा और महिला से बहस करने लगा। यह देख महिला ने शोर मचा दिया, जिसके बाद आसपास के लोगों ने बदमाश को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई लगा दी। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया। नंदग्राम थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि बच्चे की मां की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए शख्स का नाम कुंदन है और वह घूकना का रहने वाला है।जानकारी के अनुसार, परिवार के साथ घूकना मोड़ पर रहने वाले लेखपाल कैब चलाते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी सोनी सोमवार शाम को 2 साल के बेटे राहुल और बेटी सपना को छोड़कर मार्केट गई थीं। इस बीच आरोपी कुंदन उनके घर में घुस गया और राहुल को किडनैप कर अपने साथ लेकर चल दिया। वह घर से करीब 500 मीटर दूर आ गया था। इसी दौरान सोनी ने उसे देख लिया। सोनी ने बताया कि अपने बच्चे को अनजान व्यक्ति के साथ देखा तो उन्होंने उसे रोक लिया। उसे बच्चे को ले जाने का कारण पूछा तो वह उनसे बहस करने लगा। उन्होंने बच्चे का हाथ छुड़ाने का प्रयास किया तो वह बच्चे को खींचकर ले जाने लगा। इसके बाद उन्होंने जोर से चिल्लाकर कहा कि मैं इस बच्चे की मां हूं। इसके बाद आसपास के लोग इकट्ठे हो गए और उन्होंने बच्चे को आरोपी से छुड़ाकर उसकी पिटाई कर दी। इस बीच पुलिस को सूचना दे दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया।हर किसी की किस्मत राहुल जैसी नहींराहुल को किडनैप कर लेकर जा रहे बदमाश को उसकी मां ने पकड़ लिया, जिससे उनका बेटा बच गया। सभी बच्चों की किस्मत ऐसी नहीं होती। पुलिस के भरोसे एक परिवार बीते साढ़े 3 महीने से अपनी बच्ची का इंतजार कर रहा है। विजयनगर के अकबरपुर बहरामपुर की रहने वाली 4 साल की अतिका को बीते साल 4 नवंबर को बुलेट बाइक सवार बदमाशों ने किडनैप किया था। इस मामले में सीसीटीवी फुटेज के बाद भी अब तक अतिका का सुराग नहीं मिला है। सीएम से भी गुहार लगाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में पीड़ित परिवार खुद अपनी बच्ची को तलाश रहा है।बच्चों को अकेला छोड़े तो रखें ध्यानथाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि बच्चों को घर में अकेला छोड़कर न जाएं। कम से कम किसी को बच्चों की जिम्मेदारी जरूर दें। इसके अलावा 10 साल से कम उम्र का बच्चा अगर घर से बाहर खेल रहा है तो उस पर नजर बनाए रहें। साथ ही ध्यान रखें कि घर का गेट कभी खुला न छोड़ें। सांकेतिक तस्वीर