नई दिल्ली : जी-20 समिट को लेकर देश की राजधानी दिल्ली (G 20 Summit New Delhi) दुल्हन की तरह सज रही है। मेहमानों की सुरक्षा के खास (G 20 Summit Security news) इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर चील जैसी निगाह रखी जा रही है। समिट के लिए अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, चीन, सऊदी अरब जैसे G-20 के तमाम सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष पधार रहे हैं। ये वीवीआईपी मेहमान शहर के अलग-अलग होटलों में ठहरेंगे। इसलिए होटलों की सुरक्षा भी अभेद्य होगी। होटल के बाहर चप्पे-चप्पे पर SWAT कमांडो नजर रखेंगे और भीतर बेहद खतरनाक HIT स्क्वॉड के जांबाज मोर्चा संभालेंगे। जिन होटलों में विदेशी मेहमान ठहरे हैं, अगर वहां बंधक संकट जैसी स्थिति भी पैदा हुई तो उससे निपटने के लिए ‘हाउस इंटरवेंशन टीम’ (House Intervention Teams) यानी HIT स्क्वॉड तैनात रहेगी। इसमें नैशनल सिक्यॉरिटी गार्ड (NSG) और दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमांडों होंगे। अर्बन वॉरफेयर में खास तौर पर ट्रेंड ये कमांडो अति आधुनिक और खतरनाक हथियारों से लैस होंगे। इनके पास किल ऑर्डर होगा यानी संदिग्ध को खल्लास करने के लिए इन्हें सोचना नहीं होगा। आइए जानते हैं कैसे काम करेगी HIT स्क्वॉड और कौन सी चीजें बनाती हैं इसे बेहद खतरनाक।’हाउस इंटरवेंशन टीम’ यानी हिट स्क्वॉड को 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद खासकर बंद जगहों जैसे घर, होटल या किसी भी तरह की इमारत में आतंकियों से निपटने के लिए बनाई गई। इसमें शामिल कमांडो को ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए खास ट्रेनिंग दी गई है।दुनिया को अपनी सॉफ्ट पावर दिखाने का मौका, समझिए G20 के भारत के लिए सबसे बड़ा कूटनीतिक इवेंट क्योंHIT स्क्वॉड SWAT (स्पेशल वेपंस ऐंड टैक्टिक्स) टीमों से अलग होगी। SWAT टीमें होटल के बाहर तैनात रहेंगी जबकि हिट स्क्वॉड होटल के बीचो-बीच किसी खास कमरे से हर तरफ निगाह रखेंगी।कैसे काम करेगी HIT स्क्वॉडहाउस इंटरवेंशन टीम (HIT) होटलों में बंधक संकट जैसी स्थितियों से निपटने के लिए तैनात होंगीइसमें नैशनल सिक्यॉरिटी गार्ड (एनएसजी) और दिल्ली पुलिस के कमांडो शामिल होंगेHIT स्क्वॉड में शामिल कमांडो को इमारत के भीतर ऑपरेशन चलाने में खास तौर पर ट्रेंड किया गया हैइन कमांडो को किसी भी इमारत में अचानक दाखिल होने, आतंकियों का काम-तमाम करने और बंधकों को रेस्क्यू करने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग मिली हुई हैHIT स्क्वॉड की मदद के लिए स्नाइपर्स को भी बैकअप के तौर पर रणनीतिक लिहाज से अहम जगहों पर तैनात किया जाएगा। ये स्नाइपर ऐसी जगहों पर तैनात होंगे जहां से होटल की पूरी गैलरी साफ-साफ नजर आएगी। इनके पास 800 मीटर तक मार करने में सक्षम हेकलर और कोच पीएसजी-1 स्नाइपर्स के साथ-साथ ड्रैगुनोव एसवीडी राइफल होंगे।खतरनाक हथियारों से लैस HIT स्क्वॉडHIT कमांडो के पास ग्लॉक 17 और इजरायली Tavor TAR-21 जैसे कम दूरी तक मार करने वाले हथियार होंगेअगर दुश्मन कोनों में छिप जाए तब भी ये कमांडो उन्हें आसानी से खल्लास कर देंगे। इसके लिए उनके पास बेहद खास कॉर्नर-शॉट वेपन सिस्टम होगा जिनमें वीडियो कैमरे भी लगे होंगे। कमांडो जरूरत पड़ने पर इस हथियार को मोड़ सकेंगे और कॉर्नर्स में छिपे आतंकियों को वीडियो कैमरे में देखकर सटीक निशाना भी लगा सकेंगे।HIT स्क्वॉड के पास SIG MPX सबमशीन गन और हेकलर, कोच MP5 सबमशीन गन भी होंगे।बैकअप स्नाइपर टीमों के पास हेकलर ऐंड कोच पीएसजी-1 और ड्रैगुनोव एसवीडी स्नाइपर राइफलें होंगी जो 800 मीटर तक सटीक निशाना लगा सकेंगी।