दिल्ली में जब से ‘आप’ की सरकार आई है, केंद्र के साथ लगातार उसका विवाद चलता रहा है। दिल्ली सरकार जहां केंद्र पर उसे काम न करने देने का आरोप लगाती है, वहीं बीजेपी शराब घोटाले और अन्य घोटालों को लेकर लगातार केजरीवाल सरकार को घेर रही है। दिल्ली सरकार के कामकाज, केंद्र सरकार से उसके रिश्ते और देश के मौजूदा हालात पर नई दिल्ली से सांसद और विदेश तथा संस्कृति मामलों की राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से मंजरी चतुर्वेदी ने बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:दिल्ली में केजरीवाल सरकार के कामकाज को आप किस तरह से देखती हैं?दिल्ली सरकार का कामकाज तो है नहीं, उसके या तो इश्तहार हैं या फिर घोटाले। 2012 में जब इनकी सरकार आई थी तो एक उम्मीद जगी थी कि शायद शीला दीक्षित सरकार के बाद दिल्ली की व्यवस्था कुछ सुधरेगी। लगा था, ये लोग ईमानदारी से काम करेंगे। लेकिन हुआ ठीक उलटा। इन्होंने झूठा प्रचार और तरह-तरह के घोटालों के अलावा कुछ नहीं किया। दिल्ली सरकार की लोकतंत्र से लूटतंत्र की यह जो यात्रा 2012 से 2023 तक हुई है, उसके लिए दिल्ली के सीएम जिम्मेदार हैं।दिल्ली में शुरू से ही केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच विवाद और खींचतान जारी है। केजरीवाल कहते रहे हैं कि उन्हें केंद्र सरकार और बीजेपी को काम नहीं करने देती। क्या कहेंगी?पूरी तरह से झूठा आरोप है। दिल्ली के बहुत सारे काम केंद्र सरकार करवाती है। दिल्ली में इस साल जी-20 की शीर्ष बैठक होनी है, उससे जुड़े तमाम काम केंद्र सरकार करवाएगी। दिल्ली की सड़कें ठीक करवाने की बात हो या साज-सज्जा और यमुना की सफाई कराने की, सारे काम केंद्र सरकार करवाएगी। सरकार किसी की भी हो, मामला तो देश की प्रतिष्ठा से जुड़ा है। इन सभी व्यवस्थाओं के लिए केंद्र सरकार के परिवहन मंत्रालय ने 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि दिल्ली सरकार को दी। लेकिन दिल्ली सरकार ने हाथ खड़े कर दिए कि हम जी-20 में कुछ नहीं कर पाएंगे। अब आयुष्मान भारत योजना को ही ले लीजिए। इसमें हर परिवार को पांच लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा की सुविधा मिलती है। लेकिन दिल्ली में यह योजना लागू नहीं हुई। झूठा प्रोपेगेंडा करना और सचाई को छुपाना ही इनका सबसे बड़ा काम है।दिल्ली शराब केस में ‘सच्चाई’ पर कोर्ट ने क्या कहा, बीजेपी को घेरने लगी AAPदिल्ली कोर्ट के हालिया फैसले के बाद आम आदमी पार्टी का कहना है कि शराब घोटाले को लेकर बीजेपी के लगाए आरोप बेबुनियाद साबित हो गए। उसका कहना है कि बीजेपी दिल्ली सरकार को बदनाम करने में लगी है…यह आरोप भी पूरी तरह से गलत है। शराब घोटाला मामले में कोर्ट के अभी तक जो दो फैसले आए हैं, वे अंतिम नहीं हैं। ये सिर्फ जमानत पर ऑर्डर हैं। चार्जशीट के बाद कोर्ट में बहस होती है। उसके बाद फाइनल ऑर्डर आता है। बेल ऑर्डर में साफ कहा गया है कि यह सिर्फ बेल के बारे में बात करता है, केस के मेरिट पर नहीं। लेकिन ‘आप’ इसे क्लीन चिट बताकर देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद पिछले लोकल बॉडी इलेक्शन में भी आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा। क्या वजह है कि बीजेपी जमीन पर माहौल को अपने पक्ष में नहीं कर पा रही है?ऐसा नहीं है। बीजेपी तीन बार लगातार लोकल बॉडी इलेक्शन जीती है। यह कोई आसान काम नहीं है। इस बार भी सब लोग कह रहे थे कि 50 से 70 सीटें आएंगी, लेकिन बीजेपी को 100-110 सीटें आईं। एमसीडी के बहुत सारे काम थे, जो पूरे नहीं हुए। एमसीडी के बजट का पैसा, दिल्ली सरकार के माध्यम से एमसीडी को दिया जाता है। एमसीडी काम न कर पाए, इसके लिए दिल्ली सरकार ने उसे बजट नहीं रिलीज किया। ऐसा कर वह दिल्ली की जनता को संदेश देना चाहती थी कि एमसीडी काम नहीं करती। दिल्ली में चाहे सफाई कर्मचारियों को समय पर सैलरी देने की बात हो या नालियां साफ कराने की, इन सबके लिए दिल्ली सरकार को पैसा देना था, लेकिन उसने पैसा नहीं दिया। दूसरी ओर दिल्ली सरकार को जो काम करना था, उसने नहीं किया। जल बोर्ड इनके मातहत ही था, फिर भी हर घर पानी नहीं पहुंचा। बिजली का काम भी केंद्र सरकार ने किया। साल 2015 में केंद्रीय बजट से 900 करोड़ रुपये दिल्ली के लिए मैं लेकर आई। दिल्ली में सीवर की सफाई के लिए मशीनें देने का काम केंद्र सरकार ने किया, लेकिन उस पर श्रेय लेने का काम केजरीवाल सरकार ने किया।शराब नीति पर ‘आप’ के दावे को बीजेपी ने बताया राजनीतिक हताशाकर्नाटक चुनाव प्रचार में जिस तरह का माहौल नजर आया, उसके बारे में आप क्या सोचती हैं?इस चुनाव प्रचार में कुछ लोगों ने बहुत ही नेगेटिव कैंपेनिंग की है, लेकिन यह पक्का है कि कर्नाटक में बीजेपी ही सरकार बनाएगी।विपक्ष बीजेपी पर ध्रुवीकरण और विभाजनकारी राजनीति का आरोप लगाता रहा है। कर्नाटक चुनाव के दौरान फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का आना क्या महज संयोग था?दोनों में कोई संबंध नहीं है। लेकिन इतने समय तक ‘द केरल स्टोरी’ को दबाने का संबंध जरूर विपक्ष से है। केरल स्टोरी को लेकर जो रिपोर्ट थी, वह केरल की विधानसभा में पेश हुई। इसे लेकर केरल हाईकोर्ट के कुछ ऑर्डर भी हुए। केरल के बारे में पूरी स्टडी है। लेकिन सरकार में बैठे लोगों ने आज तक इस बारे में चूं तक नहीं की। आपकी लड़कियां बर्बाद होती चली गईं, समाज खराब होता गया, लड़के आतंकवादी बनते गए, लेकिन आपने उस समाज के लिए क्या किया?आप विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की इमेज के पीछे भारत की विदेश नीति का कितना हाथ मानती हैं?आज विश्व स्तर पर जो भारत की छवि है, उसमें हमारी विदेश नीति के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की और दुनिया से डील करते समय उन्होंने जो कॉन्फिडेंस दिखाया है, उसकी अहम भूमिका है। चाहे जी-20 की अध्यक्षता हो, या फिर एससीओ प्रेसिडेंसी हो, हर मंच पर भारत ने अपनी नेतृत्व क्षमता को सामने रखने की कोशिश की है।