नई दिल्ली: इस बार कर्तव्य पथ पर दिखाई दी नारी शक्ति की ताकत दिल्ली पुलिस के लिए यादगार हो गई। वह इसलिए कि 48 साल बाद दूसरी बार 26 जनवरी की परेड में दिल्ली पुलिस के दस्ते को किसी महिला अफसर ने लीड किया, वरना हर साल कोई ना कोई पुरुष अधिकारी ही दिल्ली पुलिस दस्ते के कमांडर होते थे। लेकिन 48 साल बाद इसमें ब्रेक लगा और 2019 बैच की आईपीएस अफसर श्वेता के़ सुगतन ने इस बार दिल्ली पुलिस दस्ते के कमांडर का दायित्व निभाते हुए दिल्ली पुलिस का गौरव बढ़ाया। साथ ही, परेड में पहली बार दिल्ली पुलिस की फीमेल पाइप बैंड ने भी शिरकत की।1955 से लगातार परेड में दिल्ली पुलिसदिल्ली पुलिस की पीआरओ सुमन नलवा ने बताया कि कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) पर पहली बार 26 जनवरी की परेड 1955 से शुरू हुई। तब से अब तक लगातार 26 जनवरी की परेड कर्तव्य पथ पर देश की आन-बान-शान बढ़ा रही है। 1955 से ही लगातार दिल्ली पुलिस इस परेड में भागीदारी कर रही है। देश में दिल्ली पुलिस ऐसा पहला बल है, जो लगातार 1955 से अब तक 26 जनवरी की परेड में शामिल होता रहा है। इस दौरान 1975 में पहली बार पूर्व आईपीएस किरण बेदी ने दिल्ली पुलिस दस्ते को लीड किया था। उनके बाद 1976 से 2022 तक दिल्ली पुलिस की ओर से 26 जनवरी की परेड में किसी भी महिला अधिकारी ने दिल्ली पुलिस के दस्ते को लीड नहीं किया। इस बार दिल्ली पुलिस के दस्ते में 144 जवान थे। इनके अलावा, दो इंस्पेक्टर और तीन सब इंस्पेक्टर भी साथ थे। दस्ते के तमाम जवानों की हाइट कम से कम 6 फुट थी। 1955 से अब तक 26 जनवरी की परेड में दिल्ली पुलिस को 40 बार बेस्ट मार्चिंग कंटिंजेंट का अवॉर्ड ले चुकी है। इस साल 2023 में दूसरी बार ऐसा अवसर आया, जब दिल्ली पुलिस कंटिंजेंट की फीमेल अफसर कमांडर बनीं। यह गौरव मिला – नई दिल्ली जिले के चाणक्यपुरी सब-डिविजन की एसीपी आईपीएस श्वेता के. सुगतन को। बता दें कि दिल्ली पुलिस की तमाम महिला आईपीएस में सुगतन की हाइट 6 फुट है।1975 में हुई गणतंत्र दिवस की फोटो। दिल्ली पुलिस के दस्ते को पूर्व IPS किरण बेदी ने लीड किया था।इस बारे में एनबीटी से बात करते हुए आईपीएस श्वेता ने बताया कि आईपीएस किरण बेदी मैम के बाद 26 जनवरी की परेड में दिल्ली पुलिस दस्ते की कमांडर बनने पर उन्हें गर्व है। मूलरूप से केरल की रहने वालीं सुगतन ने बताया कि उनके परिवार में पिता केएस सुगतन, माता बिंदू, श्रेया और श्रद्धा दो छोटी बहनें हैं। माता-पिता दोनों केरल में ही सरकारी नौकरी करते हैं। छोटी बहनों में श्रेया हैदराबाद से पीएचडी और श्रद्धा दिल्ली यूनिवसिर्टी से पढ़ाई कर रही हैं।बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हूं: श्वेताश्वेता ने बताया कि जब उन्हें यह पता लगा कि इस बार 26 जनवरी की परेड में वह दिल्ली पुलिस कंटिंजेंट की कमांडर होंगी, उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। बीटेक कर चुकीं श्वेता ने बताया कि 2015 में वह पहली बार कॉलेज टूर पर दिल्ली आई थीं। उसके बाद 2019 में ही यूपीएससी का इंटरव्यू देने दिल्ली आई थीं और वह भी फ्लाइट में। इससे पहले केवल एक बार ही उन्होंने हवाई जहाज से सफर किया था। 2019 में आईपीएस बनने के बाद ट्रेनिंग हुई। ट्रेनिंग के बाद एसीपी चाणक्यपुरी के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग है। कर्तव्य पथ उनके ही सब डिविजन में आता है। 26 जनवरी को देखते हुए कानून-व्यवस्था की तमाम जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ दिल्ली पुलिस दस्ते को लीड करने की कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी थी। लेकिन सबकुछ अच्छा हो गया। दिल्ली पुलिस कंटिंजेंट की कमांडर बनने पर वह बेहद खुश हैं। उनका परिवार और तमाम दोस्त भी बहुत खुश हैं। इस जिम्मेदारी को निभाकर वह बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। अब वह 29 जनवरी को विजय चौक पर होने वाली बीटिंग रिट्रीट की सुरक्षा तैयारियों में लग गई हैं।