सुमित शर्मा,कानपुरकानपुर में दीपावली की रात 6 साल की बच्ची से गैंगरेप करने के बाद हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने बच्ची का कलेजा और फेफड़े निकाल लिए थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की है। दोनों हत्यारों ने बच्ची का कलेजा निकालकर निसंतान दंपती को दिया था। नरभक्षी दंपती ने रोटी के साथ बच्ची का कलेजा खाया था। निसंतान दंपती ने बच्ची की हत्या कराई थी। दंपती समेत चारों हत्यारे जेल में हैं। पुलिस दंपती पर भी रासुका के तहत कार्रवाई करने पर विचार कर रही है। घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 6 साल की बच्ची के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को शहरवासी भूल नहीं पाए हैं। बीते 16 नवंबर को दीपावली की शाम 6 साल की बच्ची घर के बाहर से अचानक लापता हो गई थी। बच्ची के परिजन और पड़ोसी पूरी रात बच्ची की तलाश करते रहे। लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला था। दीपावली के अगले दिन सुबह बच्ची का शव काली मंदिर के पास सरसों के खेत में क्षत-विक्षत हालत में मिला था। हत्यारे बच्ची के फेफड़े, दिल (कलेजा) और लिवर निकाल कर ले गए थे। उसके हाथ और पैरो पर लाल रंग लगाया गया था। मृतक बच्ची के के पड़ोस में रहने वाला अकुंल बच्ची को चिप्स दिलाने के बहाने बहला-फुसला कर ले गया था। अंकुल और वीरेन पहले शराब पी थी। इसके बाद बच्ची के साथ गैंगरेप किया था। काले जादू किताब में पढ़ा था टोटकापरशुराम और सुनैना की शादी सन् 1999 में हुई थी। शादी के 21 साल बीत जाने के बाद पति-पत्नी के एक भी संतान नहीं थीं। जिसकी वजह से दंपती दुखी रहते थे। परशुराम और सुनैना संतान प्राप्ति के लिए तरह-तरह के जादू-टोना और तंत्रमंत्र करते थे। परशुराम रेलवे स्टेशन से एक काले जादू की किताब लेकर आया था। जिसमें संतान प्राप्ति की विधी लिखी थी। काले जादू की किताब में लिखा था कि दिवाली की रात बच्ची का दिल खाने से संतान की प्राप्ति होगी। दंपती ने भतीजे से कराई थी हत्यादंपती ने बच्ची की हत्या कर उसका कलेजा लाने के लिए अपने भतीजे अंकुल को चंद रुपयों का लालच दिया था। अंकुल ने वीरेन के साथ मिलकर बच्ची की बेरहमी से हत्याकर उसके दोनों फेफड़े, दिल और लिवर पॉलीथीन में भर कर चाचा-चाची को दिया था। चाचा-चाची ने काले जादू की किताब में लिखी विधी के अनुसार दिल और शरीर के अंगों को खाया था। हत्यारों पर लगी रासुकापुलिस के मुताबिक अंकुल और वीरेन ने जमानत अर्जी दाखिल की थी। इसके बाद पुलिस ने रासुका की फाइल डीएम को भेजी थी। डीएम ने शासन को संस्तुति की थी। इस पर शासन की तरफ से भी रासुका की हरी झंडी देदी है। बीते शनिवार को पुलिस ने कानपुर देहात की माती जेल में आरोपियों को रासुका की नोटिस तामील करा दी गई है।