नई दिल्लीभारतीय सेना को हर साल करीब 100 नए फ्यूचरिस्टिक इंफेंट्री कॉम्बेट वीइकल मिल सकेंगे। सेना ने इसके लिए टेंडर जारी किया है। सेना को पाकिस्तान बॉर्डर से लेकर चीन बॉर्डर तक में इसकी जरूरत है। यह सैनिकों को लाने ले जाना वाला कॉम्बेट वीइकल होगा। जिसमें ऐसे सिस्टम फिट हो सकेंगे जो दुश्मन के टैंक को नष्ट कर सकेगा साथ ही कम ऊंचाई पर उड़ने वाले दुश्मन के हेलिकॉप्टर को नष्ट करने के लिए प्लेटफॉर्म का भी काम करेगा।निर्माता कंपनियों से हो रही बातसेना ने फ्यूचरिस्टिक इंफेंट्री कॉम्बेट वीइकल के लिए अभी निर्माता कंपनियों से उनका इंटरेस्ट जाहिर करने को कहा है। शर्त यह है कि कॉन्ट्रैक्ट मिलने को दो साल के भीतर इन कॉम्बेट वीइकल की सप्लाई शुरू हो सके। हर साल कम से कम 75-100 कॉम्बेट वीइकल देने होंगे। इस तरह सेना को हर साल इतने नए और आधुनिक इंफेंट्री कॉम्बेट वीइकल मिल जाएंगे।हर कंडीशन में फिट सेना को 1750 फ्यूचरिस्टिक इंफेंट्री कॉम्बेट वीइकल की जरूरत है। यह हर कंडीशन में फिट होने चाहिए। टेंडर में कहा गया है कि यह सड़कों के अलावा बिना सड़क वाली जगह पर भी उपयोगी होने चाहिए। जमीन के साथ ही पानी में भी इस्तेमाल करने लायक होने चाहिए। रेतीले इलाके से लेकर 5000 मीटर की ऊंचाई पर भी इनका इस्तेमाल किया जाएगा इसलिए यह हर कंडीशन के लिए फिट होने चाहिए। -10 से लेकर 40 डिग्री तक करना चाहिए कामभारतीय सेना ने जो जरूरत बताई है उसमें कहा गया है कि यह रेगिस्तान में 0-5 डिग्री से लेकर 40-45 डिग्री और पहाड़ों में माइनस 10 – माइनस 20 से लेकर 40 डिग्री तक पूरी क्षमता से काम करने चाहिए। इनकी ऑपरेशनल लाइफ कम के कम 32 साल होनी चाहिए। भारतीय सेना को ऐसे फ्यूचरिस्टिक इंफेंट्री कॉम्बेट वीइकल की जरूरत है जिन्हें इंडियन एयरफोर्स के मौजूदा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, रेलवे मिलिट्री बोगी और टैंक ट्रांसपोर्ट वीइकल में आराम से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सके। रिवर्स स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादाइनमें मेन गन के अलावा एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, मैन पोर्टेबल ग्राउंड लॉन्चर और मिनि यूएवी को डिटेक्ट कर नष्ट करने का सिस्टम फिट हो सकेगा। भारतीय सेना को जरूरत है कि इन वीइकल की स्पीड सड़क पर 70 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा और रेगिस्तान में 35 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा और सड़क पर रिवर्स स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा हो।