मणिपुर के कुकी-मैतेई विवाद के बाद केंद्र सरकार शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। COCOMI के प्रवक्ता ने कहा है कि वे कुकी समुदाय से जुड़े संगठनों के साथ बातचीत करने की संभावना से इनकार नहीं करते। गृह मंत्री अमित शाह ने भी COCOMI से मुलाकात की है और शांति वार्ता की कोशिश की है। हाइलाइट्सकुकी समुदाय से जुड़े संगठनों के साथ शांति वार्ता करने की संभावना से इनकार नहीं: COCOMI प्रवक्ताहमारे साथ जो कुछ मैतेई लोगों ने किया, उसके बाद उनके साथ बातचीत की टेबल पर बैठना असंभव: ITLFगृह मंत्री अमित शाह ने COCOMI से जुड़े एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, बातचीत शुरू करने जोरनई दिल्ली : मणिपुर में कुकी-मैतेई विवाद के बाद शांति प्रक्रिया को पटरी पर लाने की कोशिशें अब केंद्र की ओर से होती दिख रही हैं। मैतेई संगठनों पर अच्छा प्रभाव रखने वाली कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी (COCOMI) के प्रवक्ता अथौबा ने कहा है कि वह कुकी समुदाय से जुड़े संगठनों से बात करने की संभावना से इनकार नहीं करते। दरअसल, शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने COCOMI से जुड़े एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में शाह ने कहा था कि संगठन कुकी समुदाय से शांति वार्ता की कोशिशें शुरू करे।केंद्र की तरफ से बातचीत की पहलयह पूछे जाने पर कि COCOMI गृहमंत्री के सुझाव पर किस तरह अमल करेगा, प्रवक्ता अथौउबा कहते हैं कि यह सही है कि गृह मंत्री ने बातचीत शुरू किए जाने को लेकर बात की है। लेकिन इस पर आपस में बातचीत करके ही कोई फैसला लेंगे। क्या बातचीत इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम या ITLF के साथ शुरू होगी ? अथौबा ने कहा, ‘इसे लेकर फैसला विचार विमर्श के बाद होगा, हमारी कुछ शर्तें भी हैं, जैसे कि बातचीत की टेबल पर बैठने वाले भारतीय नागरिक हों।’Manipur Violence: मणिपुर में फिर तनाव… 2 नेशनल हाइवे पर कुकी गुट की नाकेबंदी, दिया अल्टीमेटमकुकी समुदाय से जुड़े ITLF का ठंडा रुखताजा घटनाक्रम पर कुकी समुदाय से जुड़े ITLF ने ठंडा रुख दिखाया है। NBT से बात करते हुए प्रवक्ता गिंज़ा वुएलज़ोंन ने कहा, ‘मैतेई समुदाय की ओर से हम पर जो ज्यादतियां की गईं, उसे देखते हुए उनके साथ बातचीत की टेबल पर बैठना असंभव है।’ COCOMI की ओर से जारी एक प्रेस नोट में कहा गया कि गृह मंत्री के साथ हुए बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल की इंटेलिजेंस ब्यूरो के टॉप अधिकारियों के साथ भी मीटिंग हुई। शाह के साथ बैठक में राज्य में अवैध घुसपैठ रोकने, मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने के अलावा इस पर बात हुई कि आम जरूरत की सारी चीजों तक सब लोगों की तक पहुंच सुनिश्चित की जाए। COCOMI का कहना है कि शाह ने राज्य में अवैध घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए सभी उपायों पर जोर देने की जरूरत पर बल दिया। साथ ही उन्होंने अलग से प्रशासन की मांग पर भी दो टूक इनकार कर दिया है।Modi Jinping Talk: क्या PM मोदी के अनुरोध पर शी जिनपिंग से हुई बात? इस मुलाकात पर अब चीन ने किया ‘खेल’अविश्वास के साथ कैसे हो बातचीत?मणिपुर में आने वाले दिन खासे अहम हैं। 29 अगस्त को राज्यपाल ने विधानसभा सत्र बुलाया है। सूत्र कह रहे हैं कि CM बीरेन सिंह इस दौरान अखंड मणिपुर का प्रस्ताव ला सकते हैं। इस बीच, कुकी विधायकों की मौजूदगी को लेकर स्थिति साफ नहीं है। माना जा रहा है कि वह सत्र से गैर-मौजूद रह सकते हैं। दिक्कत शांति वार्ता को लेकर भी है। यह सही है कि केंद्र अपनी ओर से कोशिशें कर रहा है कि मैतेई संगठन अगुवाई कर ITLF जैसे कुकी संगठनों से बातचीत को आगे बढ़ाए। लेकिन सच यह है कि दरारें इतनी गहरी दिख रही हैं कि इस शांति वार्ता की कोशिश का हश्र भी राज्यपाल की शांति समिति जैसा होने की आशंका है।अल्पयू सिंह के बारे मेंNavbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें