हाइलाइट्स:पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार और केंद्र के बीच तनाव जारीदोनों के बीच वाकयुद्ध जारी, कड़वे रिश्ते को लेकर चर्चाएंपीएम नरेंद्र मोदी को ममता बनर्जी ने भेजे बंगाल के मीठे आमकोलकातानिःसंदेह राजनीति कड़वी-मीठी होती है। आम के मौसम में पार्टियों के बीच रिश्तों को मधुर बनाने का काम कई बार आम करता है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी ने बंगाल के लिए कड़वी लड़ाई लड़ी। ममता के सीएम पद की शपथ लेने के बाद भी, राज्य और केंद्र के बीच वाकयुद्ध लगातार जारी है।सीएम ममता बनर्जी भले ही लगातार पीएम मोदी और उनकी पार्टी को निशाने पर लेती रही हैं। दोनों एक दूसरे को कड़वी बातें कहते रहे हों, लेकिन ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के साथ रिश्तों में मिठास घोलने का प्रयास किया है।इन लोगों को भी भेजे आमममता ने पिछले हफ्ते बंगाल के आम की किस्में- हिमसागर, मालदा और लक्ष्मणभोग पीएम मोदी को भेजी हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह को भी आम भेजे गए हैं। ममता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी आम की पेटियां भेजी हैं।केंद्र और राज्य के बीच है तनातनीक्या बनर्जी की आम कूटनीति राज्य और केंद्र के बीच कड़वाहट को मीठा करने में मदद करेगी? बंगाल में राजनीतिक हिंसा, नारद घोटाला मामले, मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय का अचानक स्थानांतरण और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के मामले में केंद्र और राज्य के बीच लगातार तनातनी बनी है।2011 से लगातार भेज रहीं आमममता बनर्जी ने आम भेजने की परंपरा 2011 में शुरू की थी, जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं। उस परंपरा को उन्होंने इस बार भी जारी रखा है।ममता बनर्जी, नरेंद्र मोदी