अगस्त में कम बारिश से क्यों बढ़ी टेंशनअगस्त में खराब बारिश होना असामान्य घटना है। 105 सालों में (1918 के बाद) ऐसा दूसरी बार होगा जब जुलाई या अगस्त में मॉनसून सामान्य से 30% कम रहेगा। इससे कम मासिक गिरावट केवल 2002 में दर्ज हुई थी जब जुलाई में सामान्य से 50.6% कम बारिश हुई थी। जुलाई और अगस्त पूरे साल के सबसे ज्यादा बारिश वाले महीने हैं। देश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए इन दो महीनों की बारिश बेहद अहम है।सितंबर में कैसी रहने वाली है मौसम की चालआईएमडी ने अगस्त में सामान्य से कम मॉनसूनी बारिश का अनुमान लगाया था। हालांकि IMD का अनुमान 6% से 10% की कमी का था, जो काफी गलत साबित हुआ। अब सितंबर के लिए IMD का आधिकारिक पूर्वानुमान आने से पहले विशेषज्ञों ने कहा कि सितंबर में बारिश अगस्त की तुलना में बेहतर होने की संभावना है।केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव एम राजीवन ने कहा, ‘मौसमी मॉडल से पता चलता है कि सितंबर के पहले सप्ताह में एक कम दबाव वाला सिस्टम बन सकता है। हालांकि इसके देश भर में यात्रा करने के बजाय मध्य भारत में समाप्त होने की संभावना है। कुल मिलाकर, सितंबर में मॉनसून बेहतर रहने की संभावना है लेकिन अल नीनो की भूमिका बनी रहेगी। यदि महीना 5%-8% की मामूली कमी के साथ समाप्त होता है, तो ओवरऑल मॉनसून शायद कमी वाले जोन में समाप्त न हो।’