हाइलाइट्स:बीजेपी में करीब साढ़े तीन साल बिताने के बाद तृणमूल कांग्रेस में वापस लौटे हैं मुकुल रॉय बंगाल की राजनीत‍ि में बड़ी उथल-पुथल का दावा कर रहे मुकुल रॉय, बीजेपी से तोड़ेंगे व‍िधायक रॉय का दावा, बीजेपी के 20 से अध‍िक व‍िधायक उनके संपर्क में हैं और वो टीएमसी में आना चाहते हैंकोलकातापश्चिम बंगाल में मुकुल रॉय के तृणमूल कांग्रेस (TMC) में वापस आने के बाद राजनीत‍िक सरगर्मी तेज हो गई है। बीजेपी में करीब साढ़े तीन साल बिताने के बाद टीएमसी में घर वापसी करने वाले मुकुल रॉय ने पत्रकारों से कहा कि वह कई लोगों (बीजेपी व‍िधायक) के साथ बातचीत कर रहे हैं। दरअसल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी में बड़ी टूट की खबरें सामने आ रही हैं। सोमवार को बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी गर्वनर जगदीप धनखड़ से मिलने पहुंचे तो उनके साथ 77 में से सिर्फ 51 विधायक ही राजभवन जा सके। इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य बीजेपी में किसी बगावत के संकेत देना शुरू कर दिया है।मुकुल रॉय से सवाल किया गया कि क्या वह बीजेपी के विधायकों और अन्य नेताओं को तृणमूल में शामिल कराने को लेकर बातचीत कर रहे हैं?, इस पर उन्होंने कहा क‍ि कई लोगों के साथ बातचीत जारी है। पश्चिम बंगाल विधनसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों समेत कई अन्य नेता भगवा दल में शामिल हो गए थे जिनमें से कई नेता तृणमूल कांग्रेस में वापसी की इच्छा जता चुके हैं। अपने पिता के साथ बीजेपी से तृणमूल में लौटे रॉय के बेटे शुभ्रांशु ने इस बारे में विस्तार से बताया। ‘बीजेपी के 25-30 विधायक, दो सांसद TMC के संपर्क में’शुभ्रांशु ने कहा क‍ि लगभग 25-30 बीजेपी विधायक तृणमूल कांग्रेस में अपना पाला बदल सकते हैं। इसके अलावा बीजेपी के दो सांसद तृणमूल में शामिल होने के इच्छा जता चुके हैं। इस बार बीजापुर से चुनाव हारने वाले शुभ्रांशु ने कहा कि उनके पिता दबाव में थे। मैं देख सकता था कि यह उनके सेहत से पता चलता था। उन्होंने पहले की तरह विधानसभा चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लिया। एक दिन उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं बीजपुर चुनाव जीतने जा रहा हूं। वह काफी परेशान थे।बंगाल में जो स्थिति है, कोई बीजेपी में नहीं रहेगा: मुकुल रॉयमुकुल रॉय के बयान पर बोली बीजेपीहाल ही में बीजेपी से वापस तृणमूल कांग्रेस में लौटे मुकुल रॉय ने मंगलवार को कहा कि वह कई लोगों से बात कर रहे हैं। इस पर बीजेपी ने दावा किया कि उनकी पार्टी का कोई भी विधायक रॉय के नक्शेकदम पर नहीं चलेगा।