गुरुग्रामसार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने के मुद्दे पर मंगलवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, गुरुग्राम इमाम संगठन के साथ संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एक बड़ा फैसला लिया। फैसले के अनुसार,अगले जुमे से कहीं भी सार्वजनिक स्थानों पर नमाज न होगी। यह फैसला गुरुग्राम में अमन चैन बनाए रखने के लिए लिया गया है। । वहीं, गुड़गांव मुस्लिम काउंसिल के बैनर तले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उपायुक्त से मुलाकात की। काउंसिल ने प्रशासन से वार्ता के दौरान गिने चुने लोगों को बुलाए जाने पर नाराजगी जताई। लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में हुए संवाददाता सम्मेलन में मुस्लिम प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि, जुमे की नमाज 12 जगह मस्जिद, मदरसा और वक्फ बोर्ड की अपनी जमीन पर होगी। वहीं, 6 जगह अस्थायी रूप से कुछ दिन प्रशासन द्वारा निर्धारित शुल्क देकर नमाज के लिए आवेदन दिया गया है। गुरुग्राम इमाम संघ और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने कहा है कि, मुस्लिम समाज की सहमति से जिला उपायुक्त को संयुक्त बैठक में उन्होंने पत्र सौंपा है ,जिसमें शहर में किसी भी सार्वजनिक स्थानों पर नमाज न पढ़ने का वचन दिया है। इमाम संगठन ने अपने आवेदन पत्र में अस्थाई रूप से गैर सार्वजनिक स्थान शुल्क देकर उपलब्ध कराने के लिए कहा है।उन्होंने कहा कि, इमामों द्वारा की जाने वाली नमाज में यदि कोई मुस्लिम संगठन या अपने कोई निजी हित साधने वाला कोई मुस्लिम नेता बाधा पहुंचाएगा तो वह जिला प्रशासन से उसके लिए शिकायत दर्ज कराएंगे। इस दौरान राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक खुर्शीद रजाका इमाम संगठन के सदर मौलाना समून कासफी, मौलाना अहमद, मौलाना यदाया, मौलाना ताहिर, हाफिज ईखलास, संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति हरियाणा की और से संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष महावीर भारद्वाज, प्रदेश प्रवक्ता राजीव मित्तल, प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रहम प्रकाश कौशिक, प्रदेश के लीगल ऐङवाईजर और वरिष्ठ अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज, पदम चन्द आर्य, रितुराज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।