चंडीगढ़हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की तिहाड़ जेल में सजा पूरी हो गई है। जूनियर बेसिक ट्रेनिंग (JBT) भर्ती घोटाले में सजायाफ्ता चौटाला अब जल्द ही रिहा हो सकते हैं। जेल प्रशासन ने इस संबंध में चौटाला के वकील को सूचना दे दी है। कुछ कागजी कार्रवाई पूरी होते ही रिहाई के आधिकारिक आदेश जारी हो जाएंगे। साल 2013 में ओमप्रकाश चौटाला, बेटे अजय चौटाला और 3 सरकारी अधिकारियों को 3 हजार से अधिक शिक्षकों की अवैध तरीके से भर्ती के मामले में 10 साल की सजा सुनाई गई थी। वकील के अनुसार सरकार की तरफ से मिली छूट को मिलाकर चौटाला की सजा पूरी हो गई है। कोरोना संक्रमण की वजह से वह पैरोल पर बाहर हैं। 86 साल के चौटाला ने अपनी उम्र और दिव्यांगता का हवाला देकर जेल से रिहा किए जाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि वह 2013 में ही 60 फीसदी दिव्यांग हो गए थे। और पेसमेकर लगाए जाने के बाद 70 फीसदी से अधिक दिव्यांग हो चुके हैं। याचिका में केंद्र सरकार की जुलाई 2018 की अधिसूचना का हवाला दिया था, जिसमें 60 साल से अधिक उम्र, सात साल की सजा और 70 प्रतिशत दिव्यांगता की बात कही गई थी। ओमप्रकाश चौटाला के जेल जाने के दौरान ही उनका परिवार अंदरूनी कलह से जूझ रहा था। कलह के बाद पोते दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी के नाम से अपनी अलग पार्टी बना ली, जिसने विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 सीटें जीतीं। दुष्यंत अभी प्रदेश के डेप्युटी सीएम हैं। ओमप्रकाश चौटाला (फाइल फोटो)