Opinion: बस यही दिन देखना बाकी था भाई! 30 लाख की गाड़ी वाले 60 रुपये का गमला चुरा रहे – viral video gamla chor gurugram what is wrong in our minds lucknow news

नई दिल्ली: अगर आप भी घर के बाहर या बालकनी में गमले रखते हैं तो उसमें अब चेन बांधना शुरू कर दीजिए। हां भाई, अब यही जमाना आ गया है। 30-40 लाख की गाड़ियों से चलने वाले रईस भी 60-70 रुपये के आपके गमले पर हाथ साफ कर सकते हैं। चौंकिए मत। 100-200 रुपये के खूबसूरत महकते फूलों को आपने क्यारी में लगा रखा है तो रिस्क ज्यादा है। अब तक हम साइकिल और बाइक में लॉक लगाते रहे हैं, अब गमले चोरों (#gamlachor) से बचने का जुगाड़ ढूंढना होगा। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इसमें ‘किया’ गाड़ी से आए दो लोग सड़क के किनारे रखे गमलों को चुराते देखे जा रहे हैं। इन्हें शर्म भी नहीं आती, ये ऐसे बर्ताव कर रहे हैं जैसे गमले नर्सरी में खरीदने आए हों। बड़ी बारीकी से गमलों का सिलेक्शन करते दिखाई देते हैं। भारत जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है और इस साल राजधानी समेत देश के कई शहरों में कार्यक्रम होने हैं। दिल्ली फूलों की खुशबू से महक रही है लेकिन कुछ लोगों की दिमाग में झोल है। गुरुग्राम NH-48 पर सजावट के लिए रखे गए फूलों के गमले उड़ा दिए गए। आरोपी मनमोहन को गिरफ्तार कर लिया गया है। वे गमले और गाड़ी भी बरामद हो चुकी है। लेकिन यह घटना शर्मसार करने वाली है। हम किस हद तक गिर गए हैं!आमतौर पर हम सरकार से क्या उम्मीद करते हैं? विकास हो, अच्छी सड़कें हों, कूड़ा-कचरा प्रबंधन हो लेकिन इन जैसों को विकास हजम नहीं हो रहा। इन्हें शायद खुला नाला या सीवर ही देखने की आदत है। हमारा शहर खूबसूरत हो, कुछ पल हम सड़क के किनारे टहलना चाहें… ऐसा माहौल इन्हें रास नहीं आता। दिल्ली में हरियाली तो पहले से है लेकिन जी-20 इवेंट्स को लेकर सुंदरता देखते ही बन रही है। हालांकि गमला चोरी या इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। ऐसे कई कांड हममें से ही कुछ लोगों ने कर रखे हैं जिसे देखकर शायद हमारे बच्चों को शर्म आ जाए। ऐसे तीन मामलों का यहां मैं जिक्र कर रहा हूं।1. ग्रुरुग्राम का रईस चोरऊपर जो वीडियो आपने देखा, कहानी उसी की है। जी-20 समिट के लिए शंकर चौक के पास रखे रंग-बिरंगे गमले दिल को खुशी और सुकून दे रहे थे। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि गमले चोरी करने वाला शख्स वन विभाग का अधिकारी है। मतलब आप अगर चोरों को गरीब या बेरोजगार समझते आ रहे हों तो नजरिया बदल दीजिए। यह महाशय सरकारी अधिकारी हैं और सैलरी भी अच्छी खासी है। गुरुग्राम में जी-20 के कई कार्यक्रम हो रहे हैं। शहर को सजाया गया तो रईस चोर घूमने लगे।गमले चोरी में गाड़ी के नंबर वायरल का सच क्या है? यू ट्यूबर एल्विश यादव ने कही ये बातहमेशा सरकार पर उंगली उठाने वाले, इस देश का कुछ नहीं हो सकता… जैसी बातें करने वाले लोगों को जरा अपने आस-पड़ोस में भी झांकने की जरूरत है। हम शहर को साफ-सुथरा बनाने में कितना योगदान कर रहे हैं? आज भी शहर की गलियों में लोग रात के समय अपना कूड़ा अचानक से नीचे या पड़ोसी के सामने फेंक देते हैं। अभी तो गमले का वीडियो आया है, पर कुछ लोग तो सड़क या पार्क में रखे डस्टबिन, सरकारी भवनों में लगे बल्ब और ट्यूब लाइट भी उड़ा देते हैं। जरा एक मिनट रुककर सोचिए। बात सिर्फ 100-200 रुपये की चीज की नहीं, यह सोच ही गंदी है। हम बच्चों को तो चोरी न करने की शिक्षा देते हैं और खुद बल्ब चोर, गमला चोर, डस्टबिन चोर की उपाधि हासिल कर रहे हैं।2. लखनऊ का गमला चोर2020 में लखनऊ से एक ऐसा ही वीडियो सामने आया था। रात के समय लाइट जल रही थी। स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से टीशर्ट-हाफ पैंट में एक महाशय उतरते हैं। एक घर के दरवाजे पर जाकर इधर-उधर देखने लगते हैं। उसे नहीं पता था कि सीसीटीवी में सब दिख रहा है। घर के लोग अंदर थे और यह शख्स चारदीवारी पर रखे एक बड़े से गमले को उतारने लगा। गमला इतना भारी था कि वह बैठ गया। कैसे भी करके खींचते हुए वह कार तक गमले को ले गया और पीछे की डिग्गी में घुसाकर भाग गया। खटपट की आवाज सुनकर अंदर से लोग निकले लेकिन वह फरार हो चुका था।Gurugram News: लग्जरी कार से आए दो लोग, जी-20 के लिए सड़क किनारे रखे गमले किए चोरी, वीडियो वायरलमतलब यह दिन आ गए हैं कि पुलिस को गमला चोर पकड़ना पड़ रहा है। वैसे इंसानी दिमाग में इतना रायता फैल चुका है कि लोग मंदिर के बाहर से चप्पल चुरा रहे हैं, होटल में जाकर चम्मच जेब में डाल लेते हैं, सड़क के किनारे कार में गमला चुराकर भाग रहे हैं। एक बार अपने बच्चों से बात करके देखिए, ऐसी खबरों को सुनकर वे भी हैरानी जताएंगे लेकिन पापा की उम्र के इन लोगों को पता नहीं, कैसा नशा लग गया है। 3. ट्रेन की सीट हो या शीशेहमारी सोच में संक्रमण फैल गया है। हम चमचमाती वाल्वो बस में बैठे हों तो परदे से जूते पोछने लगते हैं। वंदे भारत जैसी शानदार ट्रेन पर पत्थर फेंक देते हैं। हमारे ही पैसों से खरीदी गई सरकारी बसों की गद्दी में कलम से छेद कर देते हैं। हर चीज के लिए क्या पुलिस जेल में डालेगी? अगर ऐसा होने लगे तो यकीन मानिए हर 10 किमी पर नई जेल बनानी होगी।1-2 नहीं, 200 पौधे उड़ा दिएकुछ दिन पहले जब यूपी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए लखनऊ को फूलों से सजाया गया था तो दो लोगों ने 100 गमले चुरा लिए। आखिरकार प्रशासन को गमलों की सुरक्षा के लिए टीम बनानी पड़ी। पता चला कि एक दुकानदार ने सड़क के किनारे रखे 55 गमले चुरा लिए थे। यही नहीं, शहीद मार्ग हाईवे से भी 200 पौधे चोर उठा ले गए। पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया और सीसीटीवी से ‘पौधे-प्रेमी’ को पकड़ा। हमें अपने के साथ-साथ सार्वजनिक या समाज हित को समझना होगा। हम अपना कमरा, बालकनी या कॉम्प्लेक्स सजाते हैं अच्छी बात है लेकिन आस-पड़ोस, शहर और देश को सुंदर बनाने के लिए क्या दूसरे ग्रह से लोग आएंगे? कब सुधरेंगे हम? सिर्फ अपना हित साधने की सोच तो स्वार्थी की होती है। क्या पेड़-पौधे, नदी-कुएं, पार्क, यहां तक कि गमले स्वार्थी होते हैं? क्या वे अपनी खुशबू, पानी, ऑक्सीजन खुद ही के लिए रखते हैं। हम तो खुद को सामाजिक और बुद्धिमान प्राणी कहते हैं, हमारे दिमाग की ओवरहालिंग या कहिए रीफ्रेश करने का वक्त आ गया है।बस करो भाई। बहुत से एनजीओ हैं, जो फ्री में पौधे देते हैं। ज्यादा शौक है और पैसा एक भी खर्च नहीं करना चाहते तो उनसे मिलिए। सरकार की तरफ से भी समय-समय पर पौधे दिए जाते हैं। लेकिन प्लीज, ऐसी हरकतें रोक दीजिए।