हाइलाइट्स:पीएम मोदी वॉर गेम ‘क्रीड़ाव्यूह’ के बारे में जानकर हुए बेहद प्रभावित हुएगेम बनाने वाली बच्ची से अभिमन्यु, चक्रव्यूह से जुड़े कुछ दिलचस्प सवाल पूछेपीएम मोदी ने बाघ चाल गेम बनाने वाली बच्ची से भी चुटकी लीनई दिल्लीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को टॉयकाथन-2021 के ग्रैंड फिनाले में प्रतिभागियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को संबोधित किया। शिक्षा मंत्रालय की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने प्रतिभागियों के साथ बातचीत की। इस दौरान जब एक बच्ची ने पीएम मोदी को महाभारत के ‘चक्रव्यूह’ की तर्ज पर बनाए गए वॉर गेम ‘क्रीड़ाव्यूह’ के बारे में बताया तो वह बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में बच्ची से पूछा कि अगर देश लिए कभी व्यूह रचना की जरूरत पड़ेगी, को क्या वह बनाएंगी। PM मोदी ने कहा, ‘अगर कोई बड़ी व्यूह रचना करनी हो और मैं आपको भेजूं तो चलेगा क्या?’पहले प्रतिभागी के साथ वाणक्कम से शुरू की बातचीतइसके बाद पीएम मोदी ने इसके बाद लड़की से अभिमन्यु और चक्रव्यूह से जुड़े कुछ दिलचस्प सवाल भी किए। इससे पहले पीएम ने अपनी बातचीत की शुरुआत चेन्नई के प्रतिभागी साईंनाथ से की। उन्होंने प्रतिभागी को बातचीत शुरू करने से पहले वाणक्कम के जरिये अभिवादन किया। उन्होंने बाघ चाल गेम बनाने वाली बच्ची से भी चुटकी ली। पीएम मोदी ने कहा कि गेम में क्या होगा बाघ भूखा रहेगा या फिर उसे कुछ खाने को भी मिलेगा? बच्ची ने मुस्कराते हुए जवाब दिया- मिलेगा.. मिलेगा…।खिलौनों के आयात की स्थिति को बदलने पर जोरपीएम मोदी ने टॉयकाथन में कहा- ग्लोबल टॉय मार्केट करीब 100 बिलियन डॉलर का है। इसमें भारत की हिस्सेदारी सिर्फ डेढ़ बिलियन डॉलर के आसपास ही है। आज हम अपनी आवश्यकता के भी लगभग 80 प्रतिशत खिलौने आयात करते हैं। यानि इन पर देश का करोड़ों रुपए बाहर जा रहा है। इस स्थिति को बदलना बहुत ज़रूरी है। चाइनीज गेम्स पर इशारों में साधा निशानापीएम मोदी ने इशारों में चाइनीज गेम्स पर निशाना साधते हुए कहा- जितने भी ऑनलाइन या डिजिटल गेम्स आज मार्केट में उपलब्ध हैं, उनमें से अधिकतर का कॉन्सेप्ट भारतीय नहीं है। आप भी जानते हैं कि इसमें अनेक गेम्स के कॉन्सेप्ट या तो वॉयलेंस को प्रमोट करते हैं या फिर मेंटल स्ट्रेस का कारण बनते हैं।