PM Modi Speech: नई घोषणाएं, विरासत पर बात.. इसबार लाल किले से क्या बोलेंगे पीएम मोदी? – what pm modi will speak on independence day know all about it

नई दिल्ली : मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से जब स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जब भाषण देंगे तो यह उनका 10वां भाषण होगा। ऐसा करने वाले वह देश के कुछेक प्रधानमंत्रियों की कतार में शामिल हो जाएंगे। ऐसे में सभी की नजर रहेगी कि अपने 10वें भाषण में किन-किन बातों को देश के सामने रखेंगे। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी लाल किले से अपने भाषण में किन 10 बातों को जगह दे सकते हैं।1. आयुष्मान योजना का दूसरा फेज लागू करेंगे? : ऐसी संभावना है कि पीएम मोदी इस बार लाल किले से आयुष्मान योजना के दूसरे फेज की शुरुआत कर सकते हैं। इसके दायरे में शहरी और लोअर मिडिल क्लास लोग आ सकते हैं।हेल्थ इंश्योरेंस हाल के समय में एक बड़ी जरूरत के रूप में उभरा है और मिडिल क्लास को इसकी सुविधा देकर पीएम मोदी संदेश दे सकते हैं कि उनकी प्राथमिकता में यह तबका भी है। सूत्रों के अनुसार इसके लिए होमवर्क भी किया गया है।2. नई घोषणाओं का ट्रेंड शुरू कर सकते हैं : 2014 में सत्ता आने के बाद पहले दो भाषणों को छोड़ दें तो लाल किले से नई योजना शुरू करने का चलन कम हो गया है। पीएम मोदी इससे परहेज करते रहे हैं। वह अधिकतम एक या दो नई घोषणाएं करते रहे हैं।इस बार लाल किले से नई घोषणाओं की झड़ी लगने की उम्मीद कम ही है। 2014 से पहले लाल किले से पीएम का भाषण नई योजनाओं के लिए भी जाना जाता था।3. G20 को लेकर कर सकते हैं बात: 15 अगस्त को लाल किले से पीएम देश को संबोधित करेंगे तो दिल्ली में होने वाला G20 शिखर सम्मेलन महज तीन हफ्ते दूर रहेगा। भारत में आयोजित होने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा कूटनीतिक सम्मेलन है, जिसमें विश्व के सभी ताकतवर देशों के प्रमुख आएंगे। पीएम मोदी लाल किले से इसकी महत्ता और विश्व कूटनीति में भारत के बढ़ते रसूख के बारे में बात कर सकते हैं।4. कामकाज का पेश कर सकते हैं लेखा-जोखा : पीएम मोदी का न सिर्फ 10वां भाषण होगा बल्कि लाल किले से दूसरे टर्म का अंतिम भाषण भी होगा। ऐसे में वह दोनों टर्म के कामकाज का लेखा-जोखा भी पेश कर सकते हैं। 2018 में भी जब लाल किले से उन्होंने भाषण दिया था तक उनका पूरा फोकस पहले टर्म के कामकाज के बारे में बताना था।ऐसे में इस बार वह विकास के तमाम मानकों पर विस्तार से बात कर संदेश दे सकते हैं कि इन दस सालों में देश कितना बदला। सभी मंत्रालयों को उनमें आए तीन बड़े बदलाव को PMO को देने को कहा गया है। इसमें से पीएम मोदी कुछ अहम बातों को सामने रखेंगे।5.विरासत पर बात : पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री विरासत संरक्षण और उन्हें पुनर्जीवित करने की बात करते रहे हैं। आजादी के 75वें साल में अंग्रेजों और बाकी गुलामी के निशान को समाप्त करने की बात करते रहे हैं। पीएम मोदी इस बारे में लाल किले से विस्तार से बात कर सकते हैं।इस मसले पर वह अपरोक्ष रूप से विपक्ष खासकर कांग्रेस को भी घेरते रहे हैं कि किस तरह पहले 70 सालों में भारतीय पहचान को देश के अंदर ही उचित जगह नहीं मिली। चाहे महाकाल कॉरिडोर हो काशी कॉरिडोर या नया संसद भवन, पीएम मोदी विरासत और संस्कृति के सम्मान की बात को सामने ला सकते हैं।6- पाकिस्तान और चीन पर होगी बात? : अमूमन लाल किले से प्रधानमंत्री कूटनीतिक मोर्चे पर विस्तार से बात करने से परहेज करते रहे हैं। साथ ही हाल में पीएम ने सार्वजनिक मंच से पाकिस्तान को पूरी तरह नजरंदाज करने की रणनीति अपनाई है। ऐसे में पाकिस्तान का जिक्र शायद ही पीएम मोदी करें।साथ ही G20 सम्मेलन को देखते हुए चीन पर भी परहेज कर सकते हैं। मगर, अपरोक्ष रूप से भारत अपनी मजबूत विदेश नीति की बात करते हुए चीन की विस्तावारवादी नीति पर बोल सकता है। विपक्ष पीएम पर चीन पर नरम रहने का आरोप लगाता रहा है।7. विवादित मुद्दे : इस भी नजर रहेगी कि पीएम लाल किले से विवादित मुद्दे को उठाते हैं या नहीं। अभी पिछले कुछ दिनों से यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा उठा है। मुद्दा भी तब उठा जब खुद पीएम मोदी ने एक सार्वजनिक सभा से इसका जिक्र किया। माना जा रहा है कि 2024 से पहले यह मुद्दा उठ सकता है। ऐसे में लाल किले से नजर रहेगी कि वह इस मसले का जिक्र करते हैं कि नहीं। पिछली बार पीएम ने जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा उठाया था।8. आम चुनाव की बात : अगले आठ महीने में आम चुनाव होने हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मोदी के भाषण के राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जाएंगे। ऐसे में वह विपक्षी गठबंधन सहित आम चुनाव के बारे में अपरोक्ष रूप से जिक्र कर सकते हैं। वह कई बार अपनी बात अलग अंदाज में कह देते हैं। पिछले दिनों उन्होंने प्रगति मैदान में भारत मंडपम् के उद्‌घाटन के मौके पर उन्होंने अपने तीसरे टर्म की प्राथमिकता गिना दी थी। देखना होगा कि क्या वह यहां से भी कुछ ऐसा संदेश देंगे।9. सामाजिक संदेश : पीएम ने लाल किले के प्राचीर से अक्सर बड़े सामाजिक संदेशों को छुआ है। महिलाओं, दलितों से जुड़े मुद्दे को वह इस मंच से उठाते रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत जैसे अभियान का ऐलान उन्होंने लाल किले की प्राचीर से किया था। वह सामाजिक मुद्दे पर विस्तार से बात करते रहे हैं। ऐसे में इस बार नजर रहेगी कि वह इस मंच से कौन-सा सामाजिक संदेश देते हैं।10.आलोचनाओं का जवाब : पिछले कुछ दिनों से विपक्ष उन पर मणिपुर मसले को लेकर सवाल उठा रहा है। साथ ही बेरोजगारी, अडाणी मसला भी उठाया। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा। पीएम मोदी आरोपों का जवाब देने के लिए लाल किले की प्राचीर का इस्तेमाल कर सकते हैं और देश की जनता के सामने अपनी बात रख सकते हैं। साथ ही वह संसद में हुए हंगामे के बारे में भी बात कर सकते हैं।