भाजपा की नजर इन चार परभाजपा तीसरी बार सत्ता में आने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। राहुल गांधी को जनता का वोट हासिल करने के लिए अभी बहुत कुछ करना होगा। लोग उनमें अनुभव और करिश्मे की कमी देखते हैं। उन्हें मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और जीवन यापन में बढ़ते खर्च जैसी मतदाताओं की चिंताओं पर न सिर्फ बात करनी होगी बल्कि विकल्प बनकर भी सामने आना होगा। मुंबई में विपक्षी गठबंधन की होने जा रही बैठक में आम चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा होगी। ऐसे में यह समझना दिलचस्प है कि अगले लोकसभा चुनाव में कौन से फैक्टर काम करेंगे। सरल भाषा में कहें, तो वे कौन से चार बड़े मुद्दे होंगे जिसके आधार पर जनता वोट कर सकती है।1. अर्थव्यवस्था: अगर भारत की अर्थव्यवस्था अच्छा करती रहती है तो यह भाजपा के हित में होगा। हालांकि अगर इकॉनमी की सेहत बिगड़ती है तो देश का मूड बदल सकता है।2. लोकप्रियता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज के समय में काफी पॉपुलर नेता है। उनकी लोकप्रियता बीजेपी सरकार बनने में एक बड़ा फैक्टर है। हालांकि किन्हीं कारणों से अगर पॉपुलैरिटी घटती है तो संभावनाएं कमजोर हो सकती हैं।3. विपक्षी एकता: अगर विपक्षी दल किसी एक उम्मीदवार के सपोर्ट में खुलकर खड़े होते हैं उनके जीतने की सभावना बढ़ सकती है। हालांकि अभी की परिस्थितियों में ऐसा होना मुश्किल लग रहा है। अगर वे अलग-अलग बंटे हुए दिखते हैं तो भाजपा की जीत आसान हो सकती है।4. सोशल मीडिया: यह फैक्टर सोचने में भले ही किसी को छोटा या कम महत्व का लगे लेकिन इसका असर बहुत ज्यादा है। चुनावों में सोशल मीडिया की भूमिका बढ़ती जा रही है। अब नेता जमीन पर कम वर्चुअल दुनिया में ज्यादा दिखते हैं और दिखेंगे। जो भी पार्टी इसका बेहतर इस्तेमाल करेगी उसे फायदा हो सकता है।फिलहाल 2024 का चुनाव कौन जीतेगा, इसकी भविष्यवाणी करना असंभव है। हां, यह जरूर है कि भाजपा के सबसे बड़े चेहरे के सामने राहुल गांधी दावेदार जरूर बन चुके हैं।