हाइलाइट्स:राफेल डील की फ्रांस में जांच के आदेश के बाद एक बार फिर सरकार पर हमलावर हुई कांग्रेसमोदी सरकार की तरफ से जेपीसी जांच की मांग नहीं मानने पर राहुल गांधी का तंज- ‘चोर की दाढ़ी…’ बीजेपी का पलटवार, राहुल गांधी को बताया राफेल की प्रतिस्पर्धी रक्षा कंपनियों का मोहरासंबित पात्रा बोले- राहुल गांधी संभवतः प्रतिस्पर्धी रक्षा कंपनियों के एजेंट के तौर पर कर रहे हैं कामनई दिल्लीकांग्रेस ने फ्रांस में राफेल विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार की न्यायिक जांच शुरू होने के दावे वाली रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आना चाहिए और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच करानी चाहिए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार की तरफ से जेपीसी जांच की मांग न मानने की तरफ इशारा करते हुए ट्वीट किया, ‘चोर की दाढ़ी…’। दूसरी तरफ बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि राहुल गांधी राफेल की प्रतिस्पर्धी रक्षा कंपनियों के मोहरे के तौर पर काम कर रहे हैं।राहुल का मोदी सरकार पर तंज- ‘चोर की दाढ़ी…’कांग्रेस शुरुआत से ही राफेल डील की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग करती आई है। दूसरी तरफ मोदी सरकार इस मांग को यह कहकर कोई तवज्जो नहीं देती कि डील में कोई अनियमितता नहीं हुई है और इसका मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था। जेपीसी जांच की मांग को नहीं मानने की तरफ इशारा करते हुए राहुल गांधी ने तंज किया, ‘चोर की दाढ़ी…’।राहुल की फीस का इंतजाम करने में आनाकानी रहे थे अमिताभ, इसी वजह से गांधी परिवार से रिश्ते खराब हुए: पुस्तकडील में घोटाले की कांग्रेस की बात सच हुई: सुरजेवालाकांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने तो यह भी दावा किया कि नए खुलासे से कांग्रेस और उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की यह बात सच साबित हुई कि इस लड़ाकू विमान सौदे में ‘घोटाला’ हुआ है। दरअसल, फ्रांस की समाचार वेबसाइट ‘मीडिया पार्ट’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के साथ 59000 करोड़ रुपये के राफेल विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार के मामले में फ्रांस के एक न्यायाधीश को ‘बहुत संवेदशील’ न्यायिक जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भारत ने फ्रांस सरकार के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा किया है।घोटाला हुआ, यह सच सबके सामने आ गया: सुरजेवालासुरजेवाला ने से कहा, ‘फ्रांस में जो ताजे खुलासे हुए हैं, उनसे साबित होता है कि राफेल सौदे में भ्रष्टाचार हुआ। कांग्रेस और राहुल गांधी की बात सही साबित हुई। अब यह घोटाला सबके सामने आ चुका है।’ उन्होंने दावा किया, ‘फ्रांस में इस मामले की जो जांच शुरू हुई है उसके तहत फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद और मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की भी जांच होगी। राफेल निर्माता कंपनी दसॉ की साझेदार रिलायंस ग्रुप की भारतीय कंपनी भी जांच के घेरे में है।’Rafale Deal: फ्रांस में भारत के साथ राफेल जेट डील की होगी जांच, जज की नियुक्ति के आदेशकांग्रेस ने फिर की जेपीसी जांच की मांगसुरजेवाला ने कहा, ‘अब भ्रष्टाचार सामने है, घोटाला सामने है। क्या प्रधानमंत्री जी सामने आकर राफेल घोटाले की जांच कराएंगे?’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बीजेपी बनाम कांग्रेस का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। ऐसे में प्रधानमंत्री को जेपीसी जांच करानी चाहिए।बीजेपी का पलटवारकांग्रेस के हमलों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रतिस्पर्धी रक्षा कंपनियां ‘मोहरा’ बना रही हैं। बीजेपी ने साथ में यह भी दावा किया कि देश को ‘कमजोर’ करने के प्रयास के तहत राहुल और कांग्रेस पार्टी राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं।बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भारत के साथ 59,000 करोड़ रुपये के राफेल विमान सौदे में कथित ‘भ्रष्टाचार और लाभ पहुंचाने’ के मामले में फ्रांस के एक न्यायाधीश को सौंपी गई न्यायिक जांच की जिम्मेदारी को यह कहते हुए तवज्जो नहीं दी कि एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) की शिकायत पर ऐसा किया गया है। उन्होंने कहा कि इसे भ्रष्टाचार के मामले में रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।फ्रांस में राफेल डील की जांच से जोश में आई कांग्रेस, सुरजेवाला बोले- सच सामने आएगाझूठ और अफवाह फैलाने का दूसरा नाम है कांग्रेस: पात्रापात्रा ने कहा कि यह कुछ वैसा ही है जैसा कि कोई मामला भारत में किसी सक्षम प्राधिकारी के पास आए और वह फाइल में टिप्पणी में लिखे कि ‘इसके अनुरूप काम किया जाए’।संबित पात्रा ने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर झूठ और अफवाहे फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ और अफवाहे फैलाने का दूसरा नाम बन गई है।राहुल गांधी शायद प्रतिस्पर्धी रक्षा कंपनियों के एजेंट: पात्रापात्रा ने कहा, ‘राहुल गांधी जिस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं, यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि प्रतिस्पर्धी कंपनियां उन्हें मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रही है। वह इस मसले पर शुरू से ही झूठ बोल रहे हैं। संभवत: वह एक एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं या गांधी परिवार का कोई सदस्य प्रतिस्पर्धी कंपनी के लिए काम कर रहा है।’