नई दिल्ली: दिल्ली सविंस बिल पर राज्य सभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी से भूल हो गई। सिंघवी दिल्ली सर्विस बिल के विरोध में कांग्रेस का पक्ष रख रहे थे। उन्होंने ही बिल पर चर्चा की शुरुआत की। सिंघवी ने कहा कि दिल्ली सर्विस बिल संघीय ढांचे के खिलाफ है। इस बिल के लागू हो जाने के बाद दिल्ली में मुख्यमंत्री दो सचिवों के नीचे आ जाएंगे। सचिव फैसला करेंगे और मुख्यमंत्री के पास केवल देखने के बजाय कोई विकल्प नहीं होगा।दिल्ली सर्विस बिल के विरोध में बोलने के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी भारी भूल कर बैठे। सिंघवी से यह भूल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसने के लिए मारी गई शायरी पढ़ने में हुई। देश के जाने माने वकील और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘तुम से पहले वो जो इक शख्स यहां तख्त नशीं था उस को भी अपने खुदा होने पे इतना ही यकीं था।’ सिंघवी यह शायरी मारने में भूल गए कि नरेंद्र मोदी से पहले केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए की ही सरकार थी। वहीं मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। यह शायरी मारने में सिंघवी ने इस बात का ख्याल नहीं रखा कि वह कहीं ना कहीं मनमोहन सिंह को निशाने पर ले गए। सोशल मीडिया पर सिंघवी को लोग उनकी भूल के बारे में अलर्ट कर रहे हैं।तुमसे पहले जो शख्स यहां तख्तनशीं था… दिल्ली सेवा बिल के विरोध में कांग्रेस के सिंघवी ने खूब पढ़े शेरसिंघवी ने अपने शायराना भाषण में यह भी कहा, ‘जहालत, हिमाकत, नफरत…संविधान का बेसिक स्ट्रक्चर लम्हों की नहीं, सदियों की बात है। हमारा उत्तरदायित्व है कि हम संविधान की आवाज की हिफाजत करें।’गुजरात हाई कोर्ट का फैसला आश्चर्य से भरा है, हम इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे: सिंघवीइससे पहले अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सभी बोर्डों, कमेटियों के प्रमुख सुपर-सीएम यानी गृह मंत्रालय से ही बनाए जाएंगे। क्या निचले पायदान से लेकर ऊपर तक अफसर के लिए नीतियां आप बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सर्विस बिल का मकसद डर पैदा करना है। जो लोग इसका समर्थन कर रहे हैं या समर्थन करने की घोषणा कर चुके हैं, उन्हें यह सोचना चाहिए कि सबका नंबर आ सकता है। सिंघवी ने ही सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर केजरीवाल सरकार की तरफ से पैरवी की थी।सिंघवी की भाषा में सुधांशु का जवाबबीजेपी के राज्य सभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने अभिषेक मनु सिंघवी की शायरी का जवाब उसी अंदाज में दिया। सुधांशु ने कहा-‘शाम तक सुबह की नजरों से उतर जाते हैं, इतने समझौतों पर जीते हैं कि जमीर भी मर जाते हैं।’ इसके आगे सुधांशु ने कहा कि सिंघवी ने संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए सुपर सीएम, सुपर सीएम दो बार प्रयोग किया। इस देश ने बगैर संवैधानिक पद पर बैठे हुए सुपर पीएम को 10 साल तक देखा है।