हाइलाइट्स:संघ-बीजेपी के बीच कॉर्डिनेशन का जिम्मा सह सरकार्यवाह अरुण कुमार कोअब तक कृष्ण गोपाल देख रहे थे यह जिम्मेदारीचित्रकूट में संघ की बैठक में कई अहम फैसलेनई दिल्लीराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के बीच संपर्क सूत्र में बदलाव किया गया है। संघ की तरफ से अब सह सरकार्यवाह अरुण कुमार को यह जिम्मेदारी दी गई है। अब तक यह जिम्मा कृष्ण गोपाल के पास था। माना जा रहा है कि इससे संघ और बीजेपी के बीच रिश्तों में भी नयापन देखने को मिल सकता है।यूपी के चित्रकूट में संघ के सीनियर नेताओं की मीटिंग चल रही है। जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले सहित संघ के सभी सीनियर पदाधिकारी मौजूद हैं। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रे होसबोले ने अब राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के साथ कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी अरुण कुमार को दी है। नवभारत टाइम्स ने 2 जुलाई के अंक में अपने पाठकों को यह बताया था कि चित्रकूट की बैठक में इस पर फैसला हो सकता है कि संघ और बीजेपी के बीच अब कॉर्डिनेशन का जिम्मा कौन संभालेगा। तीन महीने पहले ही संघ के सीनियर नेता दत्तात्रेय होसबोले को संघ का नया सरकार्यवाह चुना गया। दत्तात्रेय 2009 से संघ के सह-सरकार्यवाह थे। सरकार्यवाह बनने के बाद दत्तात्रेय ने अपनी टीम में बदलाव किया। अब संघ और बीजेपी के बीच कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी में भी बदलाव किया गया है। बीजेपी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही विचार परिवार का राजनीतिक दल है।बीजेपी और संघ के बीच समन्वय के लिए एक सीनियर प्रचारक को जिम्मेदारी दी जाती है। यह राज्य स्तर पर भी होती है और राष्ट्रीय स्तर पर भी। राष्ट्रीय स्तर पर साल 2014 के बाद यह बदलाव किया गया था। 2014 में बीजेपी और संघ के बीच कॉर्डिनेशन की जिम्मेदारी संघ के सीनियर नेता कृष्ण गोपाल को सौंपी गई थी। बीजेपी और संघ के बीच क़ॉर्डिनेशन का जिम्मा जिसे दिया जाता है उनकी जिम्मेदारी होती है कि वह बीजेपी की कोई भी बात संघ तक पहुंचाए और संघ की राय बीजेपी को बताएं। यह दोनों के बीच ब्रिज का काम करता है। इसलिए यह जिम्मेदारी अहम है।