नई दिल्लीहाल के दिनों में कोरोना वैक्सीन लगने के बाद खून के थक्के जमने (ब्लड क्लॉटिंग ) के कई मामले कई देशों से सामने आए। अब ब्लड क्लॉटिंग को लेकर एक नई स्टडी सामने आई है जिसमें यह कहा गया है कि गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने की वजह से भी ऐसा हो सकता है। स्टडी में दावा किया गया है कि वैक्सीन इंजेक्ट करने का गलत तरीका ब्लड क्लॉटिंग का कारण है।FAQ: आ रही तीन डोज वाली वैक्सीन, सुई भी नहीं चुभेगीम्यूनिख यूनिवर्सिटी जर्मनी के एक क्लीनिकल ट्रायल और इटली के एक रिसर्च में यह बात सामने आई। इस रिपोर्ट में कहा गया कि सुई की टिप यानी अगला हिस्सा मसल्स के अंदर तक सही तरीके से न पहुंचकर यदि रक्त वाहिका blood vessel में सीधे पहुंच जाता है तब ऐसी शिकायत सामने आती है। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि कई बार स्किन को खींचकर या वैक्सीन लगाने वाला स्वास्थ्यकर्मी प्रशिक्षित न हो।स्किन को खींचकर वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने से वैक्सीन मसल्स के अंदर तक सही तरीके से नहीं पहुंच पाती। कई बार blood vesselको इंजेक्शन हिट कर जाता है।स्किन और मसल्स के बीच कई सारी blood vessel होती हैं। सही तरीके से इंजेक्शन न लगाने की वजह से यह रक्त वाहिका तक पहुंच सकती है। गलत ढंग से प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीन लगाने से पहले स्किन को खींचते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए ऐसा करने पर सुई कुछ ही टिश्यूज तक पहुंचती है। वहीं कुछ मामलों में वैक्सीन blood vessel में पहुंच जाती है।डॉक्टर राजीव जयदेवनचूहों पर इसको लेकर स्टडी की गई है। चूहों को जब मसल्स के अंदर वैक्सीन देने पर कोई समस्या नहीं आई वहीं नस में इजेक्शन लगाने पर क्लॉटिंग की समस्या दिखी। अप्रैल के महीने में डेनमार्क की एक स्टडी में यह बात कही गई थी कि कोविड वैक्सीन गलत तरीके से लगाने पर ब्लड क्लाटिंग हो सकती है।