क्या आप सोच सकते हैं कि भारतीयों को धर्म की वजह से जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। जी हां, कुछ धार्मिक संगठन और धर्म के प्रचार-प्रसार करने वाले लोग टेक्नोलॉजी के जरिए भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इस लिस्ट में भारत टॉप पर है। भारत पर धार्मिक भावनाएं आहत करने को लेकर सबसे ज्यादा टारगेटेड ऑनलाइन साइबर हमले किए गए हैं।भारत पर सबसे ज्यादा हमलेसिक्योरिटी फर्म Radware की रिपोर्ट की मानें, तो मई में हैक्टिविज्म की ओर से भारत पर करीब 480 हमले करके भारतीय वेबसाइट को हैक करने की कोशिश की गई है। इस तरह भारत दुनिया में धार्मिंक वजह से टारगेट की जाने वाला टॉप देश बना गया है। CloudSek इंफॉर्मेसन सिक्योरिटी की रिपोर्ट की मानें, तो हैक्टिविज्म की गतिविधियों में पिछले 2 सालो में तेजी से इजाफा दर्ज किया गया है।Android Phone का करते हैं इस्तेमाल तो इन 4 बातों का ज़रूर रखें ध्यान, देखें वीडियोक्या होता है हैक्टिविज्मदरअसल किसी देश पर धर्म या पॉलिटिक्स की वजह से हमले किए जाएं, तो उसे हैक्टिविज्म करते हैं। यह हैकिंग और एक्टिविज्म दो शब्दों से मिलकर बना है। मान लीजिए भारत में किसान आंदोलन चल रहा है। ऐसे में विदेशी ताकतें भारत की वेबसाइट को हैक करके किसान आंदोलन के समर्थन में सपोर्ट कर सकती है। या फिर पाकिस्तान जैसे देश भारत में वेबसाइट हैकिंग करके मुसलमानों को समर्थन देने की बात कह सकते हैं।पॉलिटिकल और धार्मिक कारणों से जिन देशों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई हैं, उसमें इजराइल, पोलैंड, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान जैसे देश शामिल हैं।इन हमलों पर किया गया सबसे ज्यादा हमलाभारत – 30.31%इज़राइल – 14.51%स्वीडन – 2.67%पाकिस्तानबांग्लादेशमलेशियाइंडोनेशियाकब हुई हैक्टिविज्म की शुरुआतहैक्टिविज्म की शुरुआत 1989 में वर्म अगेंस्ट न्यूक्लियर किलर्स (WANK) नामक अभियान हुई थी। जहां राजनीतिक हैक्टिविस्ट अपने राजनीतिक एजेंडे या विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी संस्थानों, राजनीतिक दलों या कथित दमनकारी संगठनों को निशाना बनाते हैं।