नयी दिल्ली, 24 अगस्त (भाषा) केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के देशों को भारत में निवेश का न्योता दिया है। उन्होंने आसियान के देशों को विशेषरूप से उन 13 क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया है जो उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत आते हैं। आसियान देशों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यामां, फिलिपीन, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं। पटेल ने मंगलवार को कहा कि 5,800 अरब डॉलर की सामूहिक अर्थव्यवस्था के साथ भारत और आसियान के बीच व्यापार और निवेश भागीदारी के विस्तार की व्यापक संभावनाएं हैं। सरकार ने देश की विनिर्माण क्षमता बढ़ाने तथा निर्यात को प्रोत्साहन के लिए 13 विभिन्न क्षेत्रों के लिए 26 अरब डॉलर की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना की घोषणा की है। इन क्षेत्रों में एडवांस केमिस्ट्री सेल (एसीसी), बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक/प्रौद्योगिकी उत्पाद, फार्मास्युटिकल्स, दूरसंचार एवं नेटवर्किंग उत्पाद, खाद्य सामान, स्पेशियल्टी स्टील और वाइट गुड्स आदि शामिल हैं। पटेल ने ईईपीसी इंडिया की-भारत आसियान इंजीनियरिंग भागीदारी शिखर बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं इस अवसर का लाभ उठाते हुए आसियान क्षेत्र की कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करती हूं। विशेषरूप से मैं उनसे कहूंगी कि वे पीएलआई के तहत आने वाले 13 क्षेत्रों में निवेश करें। वे हमारे बड़े बाजार का लाभ उठा सकते हैं।’’ निर्यात के बारे मंत्री ने कहा कि भारत के निर्यात के लिए आसियान एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। क्षेत्र के लिए निर्यात लक्ष्य 46 अरब डॉलर का है। इससे चालू वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर के निर्यात के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 400 अरब डॉलर और 2027-28 तक 1,000 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य तय किया है। पटेल ने कहा कि भारत के वैश्विक इंजीनियरिंग निर्यात में आसियान का हिस्सा 15 प्रतिशत है। इस लिहाज से यह क्षेत्र महत्वपूर्ण है।