आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस को इस वजह से सता रहा कमाई घटने का डर, आईटी कंपनियों दुनियाभर में जारी अनिश्चितताओं से परेशान

नई दिल्ली: इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) को कमाई कम होने का डर सता रहा है। आईटी दिग्गज इंफोसिस (Infosys) ने हाल ही में अपनी पहली तिमाही के रिजल्ट को जारी किया है। कंपनी (Infosys) का मुनाफा बढ़ा है। सालाना आधार पर नेट प्रॉफिट करीब 11 फीसदी उछाल के साथ 5945 करोड़ रुपये रहा है। लेकिन नतीजों पर दुनियाभर में जारी अनिश्चितता का असर देखने को मिला है। इसका असर अनुमानों पर भी पड़ा है। दरअसल कंपनी (Infosys) की पहली तिमाही का मुनाफा अनुमानों से कम रहा है। कंपनी (Infosys) ने पूरे साल के रेवेन्यु ग्रोथ गाइडेंस में कटौती की है।इस वजह से गाइडेंस में की गई कटौतीइस समय आईटी कंपनियां दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं में जारी अनिश्चितता से जूझ रही रही हैं। आईटी कंपनियों की इनकम का ज्यादातर हिस्सा नॉर्थ अमेरिका और यूरोप से आता है। इन देशों में बढ़ती ब्याज दरों का असर आईटी कंपनियों की ओर से किए जाने वाले खर्चों पर पड़ने की आशंका बनी हुई है। इसी बात का डर आईटी दिग्गज कंपनी इंफोसिस को है। इंफोसिस अनुमान लगा रही है कि इस वित्त वर्ष के लिए उसकी रेवेन्यू ग्रोथ 1-3.5 फीसदी रह सकती है। जबकि पहले 4-7 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान था। हालांकि कंपनी ने इसके लिए वजह नहीं बताई है। कंपनी के सीएफओ की ओर से बीते दिनों अनिश्चित आर्थिक परिस्थितियों का जिक्र किया गया है।रिलायंस इंडस्ट्रीज़ : तेल की धार पर क्यों फिसल गये मुकेश अंबानी? मुनाफे में लगी सेंध से समझिएकंपनियां लगाती हैं अनुमानभविष्य में अपने प्रदर्शन को लेकर कंपनियां आंकलन करती रहती हैं। कंपनियां इसके लिए खुद ही अनुमान लगाती हैं कि आने वाले समय में उनकी ग्रोथ और इनकम कितनी रहने वाली है। इसे ही गाइडेंस कहते हैं। यह इनकम और ग्रोथ को लेकर कंपनी का सबसे अच्छा अनुमान होता है। गाइडेंस की मदद से निवेशक और एनालिस्ट अपने अनुमान लगाते हैं और इसी के आधार पर शेयर की कीमतों पर भी असर पड़ता है।नारायण मूर्ति ने तिरुपति में दान किया 2 किलो सोने का शंख और कछुआ, कीमत जानकर रह जाएंगे दंगअमेरिका के लिए चेतावनीआईटी कंपनियों को जिस तरह से कमाई घटने का डर सता रहा है यह अमेरिका के लिए चेतावनी है। अमेरिका और यूरोप से आईटी कंपनियों की इनकम का बड़ा हिस्सा आता है। अमेरिका में जिस तरह से ब्याज दरें बढ़ी हैं। इसका असर सबपर देखने को मिलेगा। इंफोसिस के अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट (ADR) को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई) पर प्री-मार्केट सत्र में भारी नुकसान हुआ है। एडीआर अमेरिकी निवेशकों को बिना किसी जटिलता के विदेशी कंपनियों में निवेश करने की अनुमति देते हैं।