नयी दिल्ली, 21 दिसंबर (भाषा) आयकर विभाग ने तमिलनाडु के औद्योगिक शहर नेवेली में स्थित एक समूह पर छापेमारी के बाद 250 करोड़ रुपये के नकद में गैर हिसाबी लेन-देन का पता लगाया है और 12 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। यह समूह चिट फंड के कारोबार से जुड़ा है और शिक्षण संस्थानों का संचालन भी करता है। सीबीडीटी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अज्ञात समूह के 30 परिसरों पर 16 दिसंबर को छापेमारी की गई थी। ये परिसर नेवेली (कुड्डालोर जिला), कोयंबटूर, नीलगिरी और चेन्नई में स्थित हैं। यह समूह रियल स्टेट (जमीन) और फाइनेंस (वित्त पोषण) के कारोबार से भी जुड़ा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में बताया कि छापेमारी के दौरान एक ‘क्लाउड सर्वर’ मिला जिसमें खातों की किताबें थी जिसे समूह के अहम कर्मियों ने छुपाकर रखा हुआ था। उसने बताया कि डिजिटल साक्ष्य के शुरुआती विश्लेषण से पता चलता है कि गैर हिसाबी पैसा चिट फंड व्यवसायी से होने वाली आय को और विभिन्न पक्षों से मिलने वाले नकद को कम दिखाकर अर्जित किया गया है। उसने कहा कि इस गैर हिसाबी पैसे का इस्तेमाल रियल स्टेट कारोबार में निवेश के लिए नकद भुगतान के तौर पर किया जाता है।