नयी दिल्ली 23 जून (भाषा) उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने बुधवार को कहा कि करीब 200 साल पुराने आयुध निर्माण बोर्ड के पुनर्गठन के सरकार के फैसले से रक्षा विनिर्माण और आपूर्ति से जुड़े निजी क्षेत्र की कंपनियों को फायदा होगा। सरकार ने लगभग 200 साल पुराने आयुध निर्माण बोर्ड (ओएफबी) के पुनर्गठन के लंबित प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके तहत बोर्ड को सात अलग-अलग कंपनियों में बदला जाएगा ताकि काम में जवाबदेही बढ़ सके। बोर्ड इस समय हथियार और गोला-बारूद बनाने के 41 कारखाने चलाता है। उद्योग मंडल ने कहा कि ओएफबी के सात अलग-अलग कंपनियों में बदलने से वे पेशेवर प्रबंधन के साथ प्रशासनिक और वित्तीय स्वायत्तता से संबंधित निर्णय ले सकेंगे, जिससे छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) को रक्षा खरीद के सभी मामलों में तेजी से निर्णय लेने को बढ़ावा मिलेगा। पीएचडीसीसीआई ने कहा कि इससे निश्चित रूप से उद्योग और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम(एमएसएमई) के लिए व्यवसाय करने में बहुत आसानी आएगी जिससे एमएसएमई अब रक्षा आपूर्ति के अपने कारोबार को बढ़ाने की उम्मीद कर सकते हैं। मंडल ने कहा कहा कि ओएफबी के कॉरपोरेट कंपनियों के रूप में बदलने से नवाचार को बढ़ावा मिलेगा तथा नए उत्पादों को विकसित करने के लिए भारतीय कंपनियां, विदेशी कंपनियों के साथ रणनीतिक गठबंधन करने के लिए स्वतंत्र होंगी।