नयी दिल्ली 23 जून (भाषा) इंफोसिस के पूर्व सीईओ एस डी शिबू लाल को नौकरशाही में सुधार लाने में सरकार की मदद करने के लिए ‘मिशन कर्मयोगी’ कार्यक्रम के तहत बनाई गई तीन सदस्यीय टास्क फोर्स का बुधवार को अध्यक्ष नियुक्त किया गया। कार्मिक मंत्रालय के आदेश के अनुसार शिक्षालोकम के संस्थापक और इंफोसिस लिमिटेड के पूर्व मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष (सीईओ) शिबू लाल के अलावा वैश्विक प्रबंध परामर्श समूह इगॉन ज़ेंडर के सलाहकार गोविंद अय्यर और मानव संसाथन में विशेषज्ञ कंपनी पीपलस्ट्रॉन्ग के सह-संस्थापक और ग्रुप सीईओ पंकज बंसल भी टास्क फोर्स का हिस्सा होंगे। मंत्रालय ने बताया कि भारतीय गुणवत्ता परिषद के प्रमुख आदिल जैनुलभाई कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) टास्क फोर्स में विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। सरकार ने हाल ही में हाल ही में सरकारी अधिकारियों की सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम मिशन कर्मयोगी’ को मंजूरी दी थी। नौकरशाही में व्यापक सुधार लाने के लिए यह मिशन शुरू किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि मिशन को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए एक विशेष प्रयोजन निकाय (एसपीवी) यानी कर्मयोगी भारत को एक गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसे कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत 100 प्रतिशत सरकारी स्वामित्व वाली इकाई के रूप में स्थापित किया जाएगा। टास्क फोर्स समूहों का गठन करने, अतिरिक्त सदस्यों/विशेषज्ञों/विशेष आमंत्रितों को सहयोजित करने और क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं से परामर्श करने के लिए स्वतंत्र होगा। यह एसपीवी के लिए संगठनात्मक संरचना पर अपनी सिफारिशें भी पेश करेगा।