लखनऊ, 27 नवंबर (भाषा) भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई), अहमदाबाद ने प्रदेश के दो विश्वविद्यालयों गोरखपुर स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) और कानपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत उत्तर प्रदेश में नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता की दिशा में छात्र-छात्राओं को प्रेरित एवं प्रशिक्षित किया जाएगा। शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार राजभवन लखनऊ में शुक्रवार को एक विशेष कार्यक्रम में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई), अहमदाबाद ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में प्रदेश के दो विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। राजभवन में एक विशेष कार्यक्रम में हुए इस समझौते को करने वाले विश्वविद्यालयों में गोरखपुर स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) और कानपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) शामिल हैं। इस समझौते से न सिर्फ छात्रों को उद्यमिता की दिशा में कदम बढ़ाने का रास्ता खुला है बल्कि गांव-गांव में भी उद्यमियों को तैयार करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के महानिदेशक डॉ सुनील शुक्ल ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रशिक्षित एवं मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालयों में लागू होना है। नए शैक्षिक सत्र से छात्रों के लिए लघु एवं दीर्घकालिक पाठ्यक्रम शुरू होंगे। इस बाबत शुक्रवार को राजभवन लखनऊ में एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं। एमओयू पर ईडीआईआई अहमदाबाद के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ल और सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक और एमएमएमटीयू के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने हस्ताक्षर किए। शुक्ल ने बताया कि इस एमओयू के तहत उत्तर प्रदेश में नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता की दिशा में छात्रों को प्रेरित एवं प्रशिक्षित किया जायेगा। इन दोनों विश्वविद्यालयों में उद्यमिता पाठ्यक्रमों के संचालन, छात्रों को स्टार्टअप और इन्क्यूबेशन में सहयोग, आपसी संसाधनों को साझा करने, फैकल्टी प्रशिक्षण, शोधपत्रों के प्रकाशन आदि में ईडीआईआई मदद करेगा। इस समझौते के माध्यम से प्रदेश के विश्वविद्यालयों में उद्यमिता के अनुकूल वातावरण बनाने का लक्ष्य भी रखा गया है। यह एमओयू तीन वर्ष की अवधि के लिए है। शुक्ल ने बताया की डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के साथ 13 जनवरी, 2020 को ही ईडीआईआई से समझौता हो चुका है।