हाइलाइट्स:बिहार में 1.4 करोड़ ऐसे बच्चे हैं जिनके पास स्मार्टफोन (smartphone) या लैपटॉप (laptop) नहीं है।महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में 70 फीसदी बच्चों के पास डिवाइस (digital device) नहीं है।झारखंड और उत्तर प्रदेश में 5 लाख से ज्यादा बच्चे स्कूली शिक्षा (School Education) से बाहर हैं। नई दिल्लीकोरोना की सबसे ज्यादा मार स्टूडेंट्स (students) पर पड़ी है। पिछले साल मार्च से कोरोना की महामारी के चलते स्कूलों में पढ़ाई बंद हो गई है। स्कूलों ने स्थिति से निपटने के लिए ऑनलाइन क्लासेज (online classes) शुरू कर दीं। लेकिन, स्मार्टफोन या लैपटॉप (digital device) नहीं होने से लाखों छात्र इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। देश के कई राज्यों में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स पढ़ाई-लिखाई नहीं कर पा रहे हैं।बिहार में ऐसे बच्चों की संख्या 1.4 करोड़ है, जिनके पास डिजिटल डिवाइस (digital device) नहीं है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर ने कहा है कि उनके यहां करीब 70 फीसदी बच्चों के पास स्मार्टफोन या लैपटॉप की सुविधा नहीं है। झारखंड और कर्नाटक में 30 लाख से अधिक बच्चों के पास डिजिटल डिवाइस नहीं है। ये आंकड़े केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (HRD Ministry) की तरफ से दी गई जानकारी पर आधारित हैं। मंत्राललय ने इस हफ्ते पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी को यह जानकारी साझा की है।क्रिप्टोकरेंसी के पक्षधर और टैक्स के सख्त खिलाफ थे मैकफी, राष्ट्रपति चुनावों में भी आजमाया था हाथराज्यों में बड़ी संख्या में बच्चों के स्कूली शिक्षा (School education) से बाहर होने की भी जानकारी मिली है। झारखंड और उत्तर प्रदेश ने बताया है कि दोनों ही राज्यों में 5 लाख से ज्यादा बच्चे स्कूली शिक्षा से बाहर हैं। राजस्थान में ऐसे बच्चों की संख्या 1.8 लाख है। ये आंकड़े तब आए हैं, जब हम कोरोना के दूसरे साल में हैं। इस महामारी के चलते देशभर में पढ़ाई-लिखाई सिर्फ ऑनलाइन तरीके से हो रही है।सस्ते में फोन, फ्रिज, एसी खरीदना चाहते हैं? जानिए कब शुरू हो रही है फेस्टिव सेलअसम, झारखंड और कर्नाटक ने कहा है कि इन राज्यों में क्रमश: 31 लाख, 32.5 लाख और 31.3 लाख स्टूडेंट्स के पास कोई डिजिटल डिवाइस (digital device) नहीं है। बिहार में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा 1.4 करोड़ है। उड़ीसा ने अपने यहां ऐसे 15 लाख स्टूडेंट्स की पहचान की है। हरियाणा में ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या 10 लाख है, जिनके पास डिजिटल डिवाइस नहीं है।एजुकेशन लोन लेकर आप भी अपने भविष्य को बना सकते हैं बेहतर