– हैदराबाद, 22 जून (भाषा): भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने मंगलवार को कहा कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में उसका कर पश्चात मुनाफा 708 प्रतिशत बढ़कर 2,838 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान 351 करोड़ रुपये था। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि वित्तवर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही के दौरान 3,187 करोड़ रुपये के कारोबार की तुलना में वित्तवर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही के दौरान, 6,848 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। इस प्रभावशाली प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, एनएमडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, सुमित देब ने कहा, ‘‘यह लौह और इस्पात क्षेत्र के लिए एक उत्कृष्ट वर्ष रहा है और टीम एनएमडीसी द्वारा हासिल किए गए इन प्रभावशाली परिणामों को साझा करते हुए मुझे बहुत गर्व हो रहा है, जो अर्थव्यवस्था के लिए एक से अधिक कारणों से चुनौतीपूर्ण रहे वर्ष में हासिल हुआ है। वित्तवर्ष 2020-21 में एनएमडीसी का कारोबार वित्तवर्ष 2019-20 के दौरान 11,699 करोड़ रुपये के कारोबार के मुकाबले 15,370 करोड़ रुपये रहा, जो 31 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।