नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अगस्त में भारतीय शेयर बाजारों में मात्र 986 करोड़ रुपये डाले हैं। भारतीय शेयरों को लेकर वैश्विक निवेशकों का रुख सतर्कता वाला बना हुआ है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने दो से 27 अगस्त के दौरान शेयरों में 986 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान ऋण या बांड बाजार में उनका निवेश 13,494 करोड़ रुपये रहा। इस तरह भारतीय बाजारों में उनका शुद्ध निवेश 14,480 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में एफपीआई ने 7,273 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक (प्रबंधक, शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने जब से मौद्रिक नीति रुख को उम्मीद से पहले सख्त करने का संकेत दिया है, भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी निवेशकों का प्रवाह उत्साहजनक नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के पुनरोद्धार, विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन में ढील, कारोबारी गतिवधियां खुलने, टीकाकरण तेज होने और बाजारों के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचने के बावजूद भारतीय शेयर बाजारों को लेकर एफपीआई का रुख सतर्कता वाला है। कोटक सेक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष (इक्विटी तकनीकी शोध) श्रीकान्त चौहान ने कहा कि भारत को छोड़कर अन्य सभी उभरते बाजारों के प्रति एफपीआई का रुख उत्साहजनक रहा। इस दौरान ताइवान के बाजार को 18.4 करोड़ डॉलर, दक्षिण कोरिया को 16.6 करोड़ डॉलर, इंडोनेशिया को 12.5 करोड़ डॉलर और फिलिपीन को 2.3 करोड़ डॉलर का निवेश मिला।