मुंबई, दो जुलाई (भाषा) एयर इंडिया के पायलटों के एक वर्ग ने शुक्रवार को कोविड-19 की वजह से दम तोड़ने वाले किसी भी पायलट के परिवार के लिए केंद्र सरकार के नियमों के अनुरूप मुआवजे और परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की है। इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में अपील की है कि कोविड या कोविड के बाद की तकलीफों के कारण स्थायी या अस्थायी रूप से चिकित्सा दृष्टि से अनफिट होने वाले किसी भी पायलट को सामान्य कवरेज से चार गुना ज्यादा सुविधायें दी जानी चाहिए। संगठन ने कहा कि वंदे भारत मिशन या एयर बबल समझौतों के तहत उड़ानों का संचालन करते समय पायलट संक्रमण के आसन्न बढ़ते खतरे का सामना कर रहे हैं। संगठन ने दावा किया कि अब तक कोविड-19 की वजह से अब तक एयर इंडिया के करीब पांच पायलटों की मौत हो चुकी है और 460 को संक्रमण हो चुका है तथा 30 से ज्यादा पायलटों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है। पत्र की प्रतियां केंद्रीय वित्त मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), नागरिक उड्डयन महानिदेशक और साथ ही एयर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक को भी भेजी गयी हैं। इसमें कहा गया है, ‘‘हम किसी भी पायलट के कोविड के संपर्क में आने पर मौत हो जाने पर उसके परिवार के लिये तुरंत और अंतरिम उपाय के तौर पर उसे अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाला कर्मचारी मानते हुये भारत सरकार की नीति के अनुरूप मुआवजा दिया जाना चाहिये … यह मुआवजा किसी भी अन्य व्यक्तिगत अथवा समूह बीमा के अलावा होना चाहिये।’’