एलपीजी सिलेंडर की नई दरें आज से हुईं लागू, देखिए आपके शहर में कितने कम हुए रेट, पूरी डिटेल

नई दिल्ली: देश में महंगाई से परेशान लोगों को सरकार ने बीते मंगलवार को बड़ी राहत दी है। सरकार ने घरों में इस्तेमाल वाले रसोई गैस सिलेंडर (LPG) के दाम 200 रुपये घटा दिये हैं। इसके अलावा उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त में 75 लाख नये एलपीजी कनेक्शन देने का भी निर्णय किया है। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में सभी लोगों के लिये एलपीजी सिलेंडर के दाम 200 रुपये कम करने का निर्णय किया गया। बताया कि इस पहल का मकसद परिवारों को राहत उपलब्ध कराना है। इसके साथ सरकार उज्ज्वला योजना के तहत 75 लाख परिवारों को नये एलपीजी कनेक्शन देगी। इससे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ हो जाएगी। इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि रसोई गैस की कीमतों में कटौती से महिलाओं की सहूलियत बढ़ेगी तथा उनका जीवन और भी आसान होगा। रसोई गैस सिलेंडर की नई दरें लागू हो गई है।आपके शहर में क्या हैं दामसरकार के इस फैसले के बाद गैस सिलेंडर की नई दरें आज से लागू हो गई हैं। अभी तक राजधानी दिल्ली में 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर 1103 रुपये में मिल रहा था। वहीं आज से इसकी कीमत 903 रुपये हो गई है। कोलकाता में अभी तक 1129 रुपये में मिल रहा सिलेंडर अब 929 रुपये का हो गया है। वहीं मुंबई में अभी तक यह सिलेंडर 1102.50 रुपये का मिल रहा था। अब इसकी कीमत कम होकर 902.50 रुपये हो गई है। चेन्नई में गैस सिलेंडर के रेट 1118.50 रुपये से कम होकर 918.50 रुपये हो गए हैं। इसके साथ ही अब उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को कुल 400 रुपये का लाभ मिलेगा। उन्हें पहले से 200 रुपये की सब्सिडी मिल रही है। इससे उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एलपीजी सिलेंडर अब 703 रुपये में मिलेगा।खजाने पर पड़ेगा असरअभी यह पता नहीं चला है कि इस फैसले से सरकार के खजाने पर कितना असर पड़ेगा। इस बारे में ठाकुर ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत ग्राहकों को 200 रुपये प्रति सिलेंडर एलपीजी सब्सिडी दी जा रही है, उसकी लागत चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 7,680 करोड़ रुपये बैठेगी। उज्ज्वला लाभार्थी केवल 9.6 करोड़ हैं, जबकि 33 करोड़ उपभोक्ता खाना पकाने के लिये रसोई गैस का उपयोग करते हैं।गैस कीमतों से परेशानलोकल सर्कल्स ने पिछले तीन महीनों में किए गए सर्वे के जरिए यह समझने का प्रयास किया कि लोग रसोई गैस की ऊंची कीमतों का सामना कैसे कर रहे हैं। देश के तीन सौ जिलों में स्थित घरेलू उपभोक्ताओं से 21 हजार से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिलीं। सर्वे में शामिल हर 10 में से 3 परिवार गैस की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं। इससे निपटने के लिए उन्होंने गैस के कम इस्तेमाल के साथ बाकी खर्चों को कम किया है।