डिसक्लेमर:यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है। इसे नवभारतटाइम्स.कॉम की टीम ने एडिट नहीं किया है। भाषा | Updated: Nov 11, 2021, 2:36 PMमुंबई, 11 नवंबर (भाषा) कच्चे तेल की वजह से जिंसों की कीमतों में भारी उछाल से भारत के बढ़ते चालू खाता घाटे (सीएडी) का कमजोर पुनरुद्धार पर असर पड़ेगा। एक ब्रोकरेज कंपनी की रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गयी है। रिपोर्ट में कंपनी ने मार्च 2022 तक सीएडी 45 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.4 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है। ब्रिटिश ब्रोकरेज कंपनी बार्कलेज की रिपोर्ट के मुताबिक, चिंता इस बात से पैदा होती है कि जुलाई के बाद से व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि जून तक औसत मासिक व्यापार घाटा मुंबई, 11 नवंबर (भाषा) कच्चे तेल की वजह से जिंसों की कीमतों में भारी उछाल से भारत के बढ़ते चालू खाता घाटे (सीएडी) का कमजोर पुनरुद्धार पर असर पड़ेगा। एक ब्रोकरेज कंपनी की रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गयी है। रिपोर्ट में कंपनी ने मार्च 2022 तक सीएडी 45 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.4 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया है। ब्रिटिश ब्रोकरेज कंपनी बार्कलेज की रिपोर्ट के मुताबिक, चिंता इस बात से पैदा होती है कि जुलाई के बाद से व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि जून तक औसत मासिक व्यापार घाटा 12 अरब डॉलर था जो जुलाई-अक्टूबर में बढ़कर 16.8 अरब डॉलर हो गया। सितंबर में अब तक का सबसे ज्यादा व्यापार घाटा हुआ जो 22.6 अरब डॉलर है। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “हम अपने वित्त वर्ष 2021-22 के चालू खाता घाटे के अनुमान को पूर्व के 35 अरब डॉलर के अनुमान से बढ़ाकर 45 अरब डॉलर, या जीडीपी के 1.4 प्रतिशत तक बढ़ा रहे हैं, लेकिन भुगतान संतुलन (बीओपी) का बड़ा अधिशेष सकारात्मक बना हुआ है।” Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें अगला लेखचालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में आंध्र का राजस्व घाटा 662 प्रतिशत बढ़ा Web Title : rising crude oil prices may increase current account deficit to $45 billion by march 2022Hindi News from Navbharat Times, TIL Network