नई दिल्ली: हुनर सबके अंदर होता है। जज्बा और जूनून की बातें भी सभी करते हैं, लेकिन उसी जूनून के साथ कुछ कर गुजरने का हौंसला सब नहीं रख पाते हैं। परिस्थितियां चाहे कैसी भी हो, लेकिन अगर आपके हौंसले बुलंद हो तो मुश्किल कुछ भी नहीं। जो कुछ कर गुजरने का जज्बा रखते हैं, उसके लिए हालात मायने नहीं रखता है। कभी इंफोसिस के दफ्तर में ऑफिस ब्वॉय का काम करने वाले दादा साहेब भगत की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। ऑफिस ब्वॉय की नौकरी करते हुए उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों की ओर आगे बढ़ते रहे। आज वह दो कंपनियों के मालिक है। खुद प्रधानमंत्री भी दादासाहेब के इस हौंसले की तारीफ कर चुके हैं।