कोच्चि, 29 जून (भाषा) प्रमुख औद्योगिक समूह काइटेक्स गार्मेन्ट्स लि. ने राज्य सरकार के अधिकारियों पर परेशान किये जाने का आरोप लगाते हुए 3,500 करोड़ रुपये की निवेश परियोजना वापस लेने की घोषणा की है। औद्योगिक समूह ने कहा कि उसने परियोजना से हटने का निर्णय किया है। इस परियोजना को लेकर उसने जनवरी 2020 में कोच्चि में राज्य सरकार द्वारा आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किये थे। काइटेक्स समूह के चेयरमैन साबू जैकब ने एक बयान में कहा कि उनके लिए राज्य में मौजूदा औद्योगिक इकाइयों को चलाना बहुत मुश्किल था। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले एक महीने के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने काइटेक्स की विभिन्न इकाइयों पर 10 बार छापेमारी की। जैकब के अनुसार 40-50 की संख्या में अधिकारी विभिन्न इकाइयों में प्रवेश किये, तलाशी ली, महिला कर्मचारियों सहित श्रमिकों को अपना काम करने से रोका और उन्हें परेशान किया। उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों के इस तरह तलाशी लेने के कारणों और कंपनी द्वारा किए गए उल्लंघन के बारे में कभी कोई जानकारी नहीं दी। काइटेक्स फैक्टरी यहां पिछले 26 साल से काम कर रही है और उसके 10,000 कर्मचारी हैं। जैकोब ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस तरह की मनमानी अगर जारी रही, कंपनी अपनी इकाइयों को बंद करने या उसे दूसरी जगह ले जाने पर विचार करेगी। जैकब का राज्य की सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी कांग्रेस के साथ टकराव चल रहा है। इसका कारण उनका राजनीति में आना और इस साल अप्रैल में हुए विधानसभा चुनावों में एर्नाकुलम जिले की आठ सीटों पर उम्मीदवार उतारना है।