नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) कामकाजी महिलाओं के बीच आवास का स्वामित्व पिछले 2-3 वर्षों में बढ़ा है और प्राथमिक ऋण आवेदकों के रूप में उनकी संख्या बढ़ रही है। कोटक महिंद्रा बैंक के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है। इस बैंक अधिकारी ने कहा कि यह प्रवृत्ति, महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता और निर्णय लेने की हैसियत को और मजबूत करेगी। हालांकि महिलाओं के बीच घर का स्वामित्व कुल प्रतिशत के मामले में अभी भी कम है। कोटक महिंद्रा बैंक के उपभोक्ता बैंकिंग विभाग की अध्यक्ष शांति एकंबरम ने कहा कि महिला सशक्तिकरण बैंक की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और यह महिला खाताधारकों की विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने के लिए एक अद्वितीय बचत खाता – कोटक सिल्क – की पेशकश कर रहा है। एकंबरम ने कहा, ‘‘महिलायें ऋण के लिए प्राथमिक आवेदक हैं। कुल मिलाकर, यह अभी भी एक छोटा प्रतिशत है, लेकिन यह सिर्फ मेट्रो शहरों में ही नहीं, पूरे देश में हो रहा है।’’ उन्होंने कहा कि कामकाजी महिलाएं अपना घर चाहती हैं और उनके आवेदनों में वृद्धि होना एक बहुत ही स्वागत-योग्य संकेत है।