नयी दिल्ली, 17 जून (भाषा) देश में गन्ने का उत्पादन अधिक होने के कारण विपणन वर्ष 2020-21 में 15 जून तक चीनी उत्पादन 13 प्रतिशत बढ़कर 306.65 लाख टन पर पहुंच गया है। उद्योग के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक होता है।इसके साथ ही देश से अब तक चीनी निर्यात के 58 लाख टन के निर्यात अनुबंध किये जा चुके हैं। जिसमें से 45 लाख टन से अधिक चीनी का निर्यात किया जा चुका है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने एक बयान में कहा, ‘‘देश भर की चीनी मिलों ने एक अक्टूबर 2020 और 15 जून 2021 के बीच 306.65 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। यह पिछले साल की समान अवधि में उत्पादित 271.11 लाख टन से 35.54 लाख टन अधिक है।’’ मौजूदा समय में देश में केवल पांच चीनी मिलें चल रही हैं। उत्तर प्रदेश में, चीनी उत्पादन वर्ष 2020-21 में 15 जून तक 110.61 लाख टन का हुआ है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में उत्पादन 126.30 लाख टन रहा था। समीक्षाधीन अवधि के दौरान महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन पहले के 61.69 लाख टन से बढ़कर 106.28 लाख टन हो गया। जबकि कर्नाटक में उत्पादन पहले के 33.80 लाख टन से बढ़कर 41.67 लाख टन हो गया। इस्मा ने कहा कि बंदरगाह की सूचना और बाजार रिपोर्ट के अनुसार, चीनी मिलों ने वर्ष 2020-21 के लिए 60 लाख टन चीनी निर्यात के सरकारी कोटे के मुकाबले अब तक 58 लाख टन चीनी के निर्यात का अनुबंध किया है। इसमें से करीब 45.74 लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है। यह भी बताया गया है कि जून 2021 में निर्यात की जाने वाली 5-6 लाख टन चीनी पाइपलाइन में है। इनके अलावा, चीनी उद्योग ने विपणन वर्ष 2019-20 के निर्यात कोटा के मुकाबले अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में 4.49 लाख टन चीनी का निर्यात किया था। इस्मा ने कहा कि चीनी की मांग विपणन वर्ष 2020-21 में 260 लाख टन को पार कर सकती है, जबकि पिछले वर्ष यह मांग 253 लाख टन रही थी। उद्योग संगठन ने 70 लाख टन चीनी निर्यात का अनुमान लगाया है। इस्मा ने कहा, ‘‘पिछले सत्र की तुलना में इस साल सितंबर अंत तक 8-10 लाख टन की अधिक घरेलू बिक्री के अलावा, चालू वर्ष में चीनी का निर्यात लगभग 70 लाख टन होने की उम्मीद है, जो उद्योग को विश्वास दिलाता है कि सितंबर 2021 में चीनी का ‘शेष स्टॉक’ पिछले सत्र के शेष स्टॉक के मुकाबले 20 – 25 लाख टन कम रहेगा।’’