मुंबई, 22 जून (भाषा) जेट एयरवेज के दिवालिया होने के दो साल बाद राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने मंगलवार को एयरलाइन के लिए जालान-कलरॉक गठजोड़ की दिवाला समाधान योजना को मंजूरी दे दी। समाधान पेशेवर को विमान सेवा कंपनी इस साल के अंत तक दोबारा उड़ान भरने की उम्मीद है। हालांकि लिखित आदेश अभी नहीं दिया गया है,पर न्यायाधिकरण ने साफ कर दिया कि वह एयरलाइन के लिए स्लॉट के मुद्दे पर कोई निर्देश नहीं देगा और सरकार या उचित प्राधिकरण इस मामले पर ध्यान देगा। जालान-कलरॉक गठजोड़ ने कहा है कि वह आदेश पढ़ने के बाद आगे के कदम उठाएगा जबकि इस मामले के समाधान पेशेवर का अनुमान है कि उड़ान समय-सारिणी आदि का मुद्दा निपट जाने पर जेट एरवेज इस साल के अंत तक पुन: पंख पर हो जाएगी। जेट एयरवेज दो साल से दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत समाधान प्रक्रिया से गुजर रही थी। समाधान पेशेवर आशीष छावछरिया उसके कामकाज का प्रबंधन कर रहे हैं। दो दशक से ज्यादा समय से सेवा दे रही विमानन कंपनी ने वित्तीय दबाव के चलते अप्रैल, 2019 में परिचालन को निलंबित कर दिया था। एनसीएलटी ने जून, 2019 में भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले ऋणदाताओं के समूह द्वारा जेट एयरवेज के खिलाफ दायर दिवाला याचिका को स्वीकार किया था। समूह ने 8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया ऋण वसूल करने के लिए याचिका दायर की थी। मोहम्मद अजमल और वी नल्लासेनापति की अध्यक्षता में एनसीएलटी की मुंबई पीठ ने जेट एयरवेज के लिए दिवाला समाधान योजना को मंजूरी दे दी जिसे 22 जून से 90 दिनों के भीतर लागू करना होगा। पीठ ने अपने मौखिक आदेश में कहा कि अगर योजना के प्रभाव में आने की तारीख को आगे बढ़ाने की जरूरत पड़ी तो समाधान योजना का आवेदक (जालान कलरॉक गठजोड़) फिर से न्यायाधिकरण का रुख कर सकता है। जेट एयरवेज के ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) ने अक्टूबर, 2020 में ब्रिटेन स्थित कलरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात के उद्यमी मुरारी लाल जालान के गठजोड़ द्वारा सौंपी गयी समाधान योजना को मंजूरी दी थी। छावछरिया ने एनसीएलटी की मंजूरी को संकटग्रस्त उड्डयन क्षेत्र के लिए कायापलट संबंधी सबसे बड़े घटनाक्रमों में से एक करार देते हुए उम्मीद जतायी कि सबकुछ सही रहने पर साल के अंत तक एयरलाइन की उड़ानें दोबारा शुरू हो जाएंगी। जेट एयरवेज के शेयर बीएसई और एनएसई दोनों शेयर बाजारों में पांच प्रतिशत की उछाल के साथ 99.45 की ऊपरी सीमा पर पहुंच गए। अप्रैल, 2019 में परिचालन निलंबित होने के बाद से एयरलाइन के शेयरों का मूल्य आधे से कम हो गया था। जालान कलरॉक गठजोड़ ने कहा है कि वह एनसीएलटी के लिखित आदेश को पढ़ने के बाद अपने अगले कदम तय करेगा। गठजोड़ ने एक बयान में कहा कि यह सफर अब तक “अत्यधिक चुनौतीपूर्ण लेकिन संतोषजनक” रहा है। बयान के मुताबिक गठजोड़ ने जेट एयरलाइन की उड़ानें दोबारा शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय और अपने सभी प्रतिद्वंदियों के साथ काम करने की अपनी इच्छा दोहरायी। एनसीएलटी ने मंगलवार को अपने आदेश में यह भी कहा कि वह स्लॉट (उड़ानों की समय सारिणी में समय) आवंटनों की ऐतिहासिक विश्वसनीयता को लेकर कोई निर्देश नहीं दे रहा और सरकार या संबंधित उचित प्राधिकरण इस मुद्दे पर ध्यान देगा। एयरलाइन के दोबारा परिचालन शुरू करने के लिए स्लॉट महत्वपूर्ण होंगे। अप्रैल, 2019 में परिचालन के निलंबन से पहले जेट एयरवेज के पास उपलब्ध स्लॉट दूसरी एयरलाइनों को आवंटित कर दिए गए हैं। पांच मई, 1993 को एयर टैक्सी सेवा प्रदाता के रूप में परिचालन शुरू करने वाली जेट एयरवेज 1995 में एक अनुसूचित विमानन कंपनी बनी। कंपनी ने लीज पर लिए चार बोइंग 737-300 विमानों के साथ एयर टैक्सी सेवा शुरू की थी। जेट एयरवेज ने मार्च, 2004 में चेन्नई से कोलंबो के बीच अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरी थी।