नई दिल्ली: टमाटर के बाद अब प्याज लोगों के बजट को बिगाड़ने लगा है। प्याज की कीमत में लगातार तेजी आने लगी है। सरकार ने भी इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) ने शनिवार को कहा कि उसने पिछले चार दिनों में किसानों से सीधे 2,826 टन प्याज खरीदा है। यह खरीद 2,410 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुई। सरकार ने इस साल प्याज के बफर स्टॉक का लक्ष्य तीन लाख टन से बढ़ाकर पांच लाख टन कर दिया है।घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने के लिए निर्यात पर अंकुश लगाने के बीच सरकार यह भी चाहती है कि किसान घबराहट में बिक्री न करें। इसलिए दो सहकारी समितियों- एनसीसीएफ और एनएएफईडी को किसानों से सीधे एक लाख टन प्याज खरीदने का आदेश दिया गया है। दोनों सहकारी समितियां सरकार के बफर स्टॉक को थोक और खुदरा बाजार में बेच रही हैं। प्याज के दाम इस समय दिल्ली और अन्य शहरों में गुणवत्ता के आधार पर 60 रुपये प्रति किलोग्राम तक हैं।एनसीसीएफ के प्रबंध निदेशक एनीस जोसेफ चंद्रा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सहकारी समिति ने 22 अगस्त को महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में किसानों से सीधे खरीद शुरू की। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में लगभग 12-13 खरीद केंद्र खोले गए हैं और मांग के आधार पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। चंद्रा ने कहा, ”पिछले चार दिनों में हमने लगभग 2,826 टन प्याज खरीदा। ज्यादातर खरीद महाराष्ट्र से हुई है। कुल एक लाख टन खरीदने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि एनसीसीएफ किसानों से सीधे 2410 रुपये प्रति क्विंटल पर प्याज खरीद रहा है, जो मौजूदा थोक दर 1900-2000 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक है।