रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला लिया है, लेकिन खाद्य की कीमतों की बढ़ोतरी ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के झटके को मुद्रास्फीति पर काबू पाने के रास्ते में जोखिम बताया। वह बताते हैं कि खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी का दौर सितंबर 2022 से चल रहा है। आरबीआई ने इसे नियंत्रित करने के लिए सतत और समयबद्ध हस्तक्षेप की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि आरबीआई को मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य है और ब्याज दरें लंबे समय तक बनी रहेंगी।