नई दिल्ली: रतन टाटा देश के उन अनमोल रत्नों में से एक है, जिनके लिए हर किसी के दिल में प्यार और सम्मान है। हेटर्स को खोजने पर भी नहीं मिलेंगे। रतन टाटा की सादगी, उनको मोटिवेशन, दूसरो के लिए उनका प्यार उन्हें लोगों के करीब लाता है। तभी तो जब भी उनकी एक झलक मिलती है, लोगों के चेहरे खिल जाते हैं। रतन टाटा की जिंदगी मोटिवेशन की तरह है। टाटा सरनेम के बावजूद उनके भीतर न तो घमंड ने कभी घर किया और न ही टाटा का रुतबा कभी उसके माथे पर चढ़ा। बहुत कम ही लोग जानते हैं कि टाटा में नौकरी के लिए उन्हें भी अपना रेन्जूम भेजना पड़ा था। वो किस्सा भी बड़ा दिलचस्प है…