नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) टाटा मोटर्स और टाटा पावर ने पुणे में देश का सबसे बड़ा सोलर कारपोर्ट शुरू करने की घोषणा की है। इससे सालाना 7,000 टन कॉर्बन उत्सर्जन में कमी लगाने में मदद मिलेगी। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि टाटा पावर द्वारा लगाए गए 6.2 मेगावॉट पावर के कारपोर्ट से सालाना 86.4 लाख केडब्ल्यूएच बिजली पैदा होगी। इससे सालाना 7,000 टन और इसके जीवनचक्र के दौरान 1.6 लाख टन कॉर्बन उत्सर्जन में कमी लाने में मदद मिलेगी। बयान में कहा गया है कि टाटा समूह के हरित विनिर्माण के सिद्धान्त के तहत टाटा मोटर्स और टाटा पावर ने चिखाली, पुणे के कार संयंत्र में ग्रिड से जुड़ा सबसे बड़ा सोलर कारपोर्ट शुरू किया है। टाटा मोटर्स के अध्यक्ष यात्री वाहन कारोबार इकाई शैलेश चंद्रा ने कहा कि 30,000 वर्गमीटर में फैला यह कारपोर्ट न केवल हरित ऊर्जा का सृजन करेगा बल्कि यह संयंत्र में तैयार कारों के लिए पार्किंग भी उपलब्ध कराएगा। चंद्रा ने कहा, ‘‘हम ऊर्जा संरक्षण को लेकर हमेशा से प्रतिबद्ध हैं। हमारा लक्ष्य अपने सभी परिचालन के लिए शतप्रतिशत अक्षय ऊर्जा संसाधन हासिल करना है। टाटा पावर के साथ भागीदारी में हमने पुणे के अपने कार संयंत्र में देश का सबसे बड़ा सोलर कारपोर्ट लगाया है, जो इसी दिशा में उठाया गया एक और कदम है। ’’