नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण अडानी समूह को तगड़ा झटका लगा है। कंपनी के मार्केट कैप में सौ अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो चुका है। कंपनी के अधिकांश शेयर नुकसान में है। खुद गौतम अडानी की निजी संपत्ति गिर रही है। गौतम अडानी 59.7 बिलियन डॉलर के साथ फोर्ब्स के रियल टाइम बिलेनियर्स की लिस्ट में 18वें नंबर पर पहुंच गए है। कंपनी को हुए नुकसान के बाद अब अडानी डैमेज कंट्रोल में जुट गए है। मुश्किलों में घिरे गौतम अडानी मामले को लेकर सड़क से लेकर संसद तक हंगामा हो रहा है। इन मुश्किलों को कम करने और निवेशकों को भरोसा जीतने के लिए गौतम अडानी बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप एडवांस में 8000 करोड़ रुपए का कर्ज लौटाने का प्लान कर रही है। माना जा रहा है कि कंपनी 30 से 45 दिनों के भीतर ये पैसा लौटाने रकी तैयारी कर रही है। कंपनी ने ग्लोबल बैकों जैसे क्रेडिट सुईस, जेपी मोर्गन, जेएम फाइनेंस समेत कुछ म्यूचुअल फंड कंपनियों से लोनलिया है। अडानी इन कंपनियों के लोन को लौटाने की पेशकश कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक अडानी समूह के इस कदम से निवेशकों की चिंताए कम होगी और उनपर निवेशकों का भरोसा बढेगा। निवेशकों का भरोसा बढ़ने से समूह को इस मुश्किल दौर से निकलने में मदद मिलेगी। अडानी समूड ने भले ही एफपीओ वापस ले लिया है, लेकिन माना जा रहा है कि कंपनी जल्द ही एक्सट्रा शेयर सिक्योरिटीज भी ऑफर कर सकता है। गौरतलब है कि कंपनी पर 1.8 अरब डॉलर का प्रमोटर स्तर का लोन है। कंपनी के निवेशक इस हिंडनबर्ग कांड के बाद से परेशान है। कंपनी इस कदम से निवेशकों को भरोसा जीतना चाहती है। वहीं अगर बैंकों की ओर से पार्ट रिपेमेंट का आदेश आऐता है तो कंपनी उस दिशा में भी भुगतान शुरू करेगी।