डॉलर के दबदबे को इस देश ने दी चुनौती, अब रुपये में करेगा कारोबार, चलेगा भारत का सिक्का

नई दिल्ली: ग्लोबल करेंसी में डॉलर का कई दशकों से दबदबा है, लेकिन इससे कई देशों को अब परेशानी होने लगी है। इसके लिए ये देश अब नए रास्तों की खोज कर रहे हैं। डॉलर को अब चुनौती मिल रही है। भारत का एक पड़ोसी देश जल्द ही डॉलर को छोड़ने की तैयारी कर रहा है। यह देश डॉलर की जगह भारतीय रुपये को अपनाने की तैयारी कर रहा है। डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए यह देश भारतीय रुपये को अपनाएगा। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश यह कदम उठाने जा रहा है। इससे भारत और बांग्लादेश दोनों को फायदा होगा। दोनों की क्रॉस बॉर्डर लेनदेन की लागत कम हो जाएगी। बांग्लादेश ने यह फैसला यूं ही नहीं किया है। दरअसल बांग्लादेश द्वारा विदेशी मुद्रा भंडार पर बोझ को कम करने के लिए यह फैसला लिया गया है। मौजूदा समय में भारत और बंगलादेश के बीच होने वाला विदेशी व्यापार डॉलर में ही होता है।दुनिया में जमेगा अपना सिक्का, जानिए रुपये के ग्लोबल करेंसी बनने से होगा क्या फायदाबांग्लदेश के बैंकों ने खोले खातेब्लूमबर्ग की एक खबर के मुताबिक, बांग्लादेश के 2 बैंक भारतीय रुपये में व्यापारिक लेन-देन की योजना बना रहे हैं। बांग्लादेश के ईस्टर्न बैंक ने इसके लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक में नोस्ट्रो अकाउंट भी खोल लिया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ईस्टर्न बैंक इस संबंध में 11 जुलाई को ऐलान कर सकता है। इसी तरह बांग्लादेश का सरकारी बैंक सोनाली बैंक भी इसी तरह की सेवा देने की तैयारी में है। बता दें कि नोस्ट्रो अकाउंट उस खाते को कहते हैं, जो एक बैंक किसी दूसरे देश के बैंक में वहां की मुद्रा में खोलता है। इस तरह के खातों का उपयोग विदेशी व्यापार करने के लिए किया जाता है।TCS on Credit Card: विदेश में खर्च पर टैक्स के इस निजाम से विवाद क्यों? मॉनसून सत्र में दूर हो सकता है कनफ्यूजनइस वजह से किया फैसलादरअसल रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद बंगलादेश लगातार डॉलर की कमी का सामना कर रहा है। इस कारण उसका विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर सात साल के निचले स्तर 31.60 अरब डॉलर को छू गया है। इस कारण बंगलादेश की मुद्रा भी लगातार गिरती जा रही है। बांग्लादेश चीन के बाद भारत से सबसे ज्यादा आयात करता है। इसी वजह से बांग्लादेश ने यह कदम उठाने का फैसला किया है।