धरती की परिधि के बराबर केबल्स का हुआ यूजबांद्रा-वर्ली सी लिंक में काफी अधिक मात्रा में लोहा यूज हुआ है। यह ब्रिज केबल्स पर टिका है। इस ब्रिज में इस्तेमाल हुए सभी स्टील केबल्स को जोड़ लिया जाए, तो यह इतना लंबा होगा कि शायद पृथ्वी की एक परिधि के बराबर हो। ये केबल इतने मजबूत हैं कि 900 टन का भार सह सकते हैं।वजन जानकर रह जाएंगे हैरानबांद्रा-वर्ली सी लिंक इंजीनियरिंग का नायाब नमूना है। यह ब्रिज 5.6 किलोमीटर लंबा है। इसने एक घंटे के सफर को घटाकर 10 मिनट का कर दिया है। इस ब्रिज का वजन जानकर आप चौंक जाएंगे। बांद्रा-वर्ली सी लिंक ब्रिज का वजन 56,000 अफ्रीकन हाथियों के बराबर है। इस ब्रिज को बनाने में 90,000 टन सीमेंट लगा था।11 देशों की कंपनियों ने बनाया है यह ब्रिजबांद्रा-वर्ली सी लिंक को बनाने में सिर्फ भारत की कंपनियां ही शामिल नहीं है। बल्कि इसके निर्माण में मिस्र, चीन, कनाडा, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन, हांगकांग, थाईलैंड, सिंगापुर, फिलीपींस, इंडोनेशिया और सर्बिया सहित 11 दूसरे देशों के ग्रुप्स शामिल हैं।अद्भुत नजारे का आनंद लेने जाते हैं लोगबांद्रा-वर्ली सी लिंक पर लोग खूबसूरत नजारे का आनंद लेने जाते हैं। दो लोकेशंस से इस ब्रिज की खूबसूरती देखते ही बनती है। पहली लोकेशन है- वर्ली सी फेस और दूसरी लोकेशन है- बांद्रा बैंडस्टैंड। यहां से इस ब्रिज का शानदार नजारा देखने को मिलता है।पैदल चलने की सख्त मनाहीआप इस ब्रिज पर पैदल नहीं चल सकते। ना ही इस ब्रिज पर दोपहिया और तिपहिया वाहन चल सकते हैं। इस ब्रिज पर सिर्फ कार और बड़े वाहनों के आने-जाने की अनुमति है। इस ब्रिज पर पैदल चलने की सख्त मनाही है।