हाइलाइट्सनेटफ्लिक्स को मौजूदा तिमाही में सिर्फ 25 लाख न्यू सब्सक्राइबर्स के जुड़ने की उम्मीदपिछली तिमाही में एशिया पैसिफिक क्षेत्र में जोड़े 26 लाख नए सब्सक्राइबर अनुमान है कि भारत में Netflix सब्सक्राइबर्स 43 लाख से 45 लाख के बीचनई दिल्लीनेटफ्लिक्स (Netflix) के लिए भारतीय बाजार में सफलता की कमी निराशाजनक है। यह बात नेटफ्लिक्स के कोफाउंडर, प्रेसिडेंट व को-सीईओ रीड हेस्टिंग्स (Reed Hastings) ने गुरुवार को एक इन्वेस्टर कॉल में कही। हालांकि उनका यह भी कहना है कि कंपनी भारत के लिए निश्चित रूप से आगे बढ़ रहे हैं। नेटफ्लिक्स को मौजूदा तिमाही में सिर्फ 25 लाख न्यू सब्सक्राइबर्स के जुड़ने की उम्मीद है। यह पिछले लगभग 10 वर्षों के दौरान पहली तिमाही के लिए सबसे कम नए सब्सक्राइबर होंगे। यह अनुमान जताए जाने के बाद नेटफ्लिक्स के शेयरों में गिरावट देखी गई। पिछली तिमाही में कंपनी ने एशिया पैसिफिक क्षेत्र में 26 लाख नए सब्सक्राइबर जोड़े थे और जापान और भारत दोनों में मजबूत वृद्धि दर्ज की थी। नेटफ्लिक्स 2016 में भारत में लॉन्च होने वाली पहली वैश्विक ओटीटी सेवा थी। भारत में कितने सब्सक्राइबर होने का अनुमाननेटफ्लिक्स ने कभी भी भारत में सब्सक्राइबर्स की संख्या का खुलासा नहीं किया है, हालांकि बाजार का अनुमान है कि यह संख्या 43 लाख से 45 लाख के बीच है। वहीं दूसरी ओर इसके प्रतिद्वंद्वियों डिज्नी+ हॉटस्टार के सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.6 करोड़ के करीब और ऐमजॉन प्राइम वीडियो सब्सक्राइबर्स की संख्या 1.7 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है। हेस्टिंग्स के मुताबिक, “ब्राजील में हमारे लिए शुरुआती कुछ साल बेहद कठिन रहे। हमने सोचा था कि हम कभी भी आगे नहीं बढ़ पाएंगे।… जो चीज हमें निराश करती है वह यह है कि हम भारत में इतने सफल क्यों नहीं हैं, लेकिन हम निश्चित रूप से वहां आगे बढ़ रहे हैं।”दिसंबर में सस्ती की थी सर्विसइससे पहले दिसंबर में नेटफ्लिक्स ने उपभोक्ताओं के व्यापक सेट के लिए सेवा को सस्ती बनाने के लिए भारत में कीमतों में कटौती की थी। लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से मुख्य रूप से उन सब्सक्राइबर्स को जोड़ा जाएगा जो पहले से ही अकाउंट शेयरिंग के माध्यम से सेवा का उपयोग कर रहे थे। नेटफ्लिक्स के मुख्य परिचालन और उत्पाद अधिकारी ग्रेग पीटर्स ने गुरुवार को वेबकास्ट के दौरान कहा कि कीमतों में बदलाव उन गतिविधियों का अनुसरण करता है, जो कंपनी भारत में वर्षों से कर रही है। पीटर्स ने कहा, ‘हम भारत में काम कर रहे हैं और भारतीय उपभोक्ताओं के टेस्ट आदि के बारे में अधिक सीख रहे हैं। यह कई अलग-अलग आयामों में सेवा की पेशकश को व्यापक बना रहा है। हमने महसूस किया कि यह हमारी कीमतों को कम करने का सही समय था, ताकि पहुंच बढ़ाई जा सके…’ अभी भारत को लेकर कयास लगाना जल्दबाजीपीटर्स ने कहा कि नेटफ्लिक्स ने कीमतों में कटौती के कारण प्रति सदस्य औसत राजस्व में गिरावट का अनुमान लगाया है, लेकिन यह अधिक सब्सक्राइबर एडिशन के साथ इसके लिए तैयार होगा। आगे कहा, “मैं कहूंगा कि भारत को देखना अभी भी बहुत जल्दी है। और इनमें से कुछ प्रभावों जैसे कि सब्सक्राइबर एडिशन के लिए, बहुत स्पष्ट तस्वीर सामने आने में कुछ महीने लगते हैं। लेकिन जो शुरुआती डेटा हम देख रहे हैं, वह इन परिवर्तनों के माध्यम से रेवेन्यु बढ़ाने के नजरिए से एक सकारात्मक तस्वीर को काफी हद तक सपोर्ट करता है।तो क्या अब रोबोट भी बनाएंगे मुकेश अंबानी? इस रोबोटिक्स कंपनी पर खेला बड़ा दांव