नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) नोकिया और एचएफसीएल सहित करीब 25 दूरसंचार उपकरण निर्माताओं ने क्षेत्र की 12,195 करोड़ की उत्पादन संबंधित प्रोत्साहन योजना के तहत आवेदन दिये हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। तेजस नेटवर्क्स और डिक्सन टेक्नोलॉजीज जैसी स्वदेशी कंपनियों ने पुष्टि की है कि वे तीन जुलाई को खत्म होने वाली समयसीमा से पहले योजना के लिए आवेदन दे देंगे। एक आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, “अब तक 25 कंपनियों ने पीएलआई के लिए पंजीकरण कराया है। बड़ी कंपनियों से भी इसमें रुचि दिखायी है। उनके समयसीमा खत्म होने से पहले आवेदन देने की उम्मीद है।” योजना के तहत निवेशक को प्रतिबद्ध निवेश से 20 गुना ज्यादा वृद्धि संबंधित बिक्री के लिए प्रोत्साहन मिल सकता है। इससे उन्हें वैश्विक स्तरों पर पहुंचने और अपनी बेकार पड़ी क्षमता का इस्तेमाल करने तथा उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी। एचएफसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र नहाटा और कोरल टेलीकॉम के प्रबंध निदेशक राजेश तुली ने योजना के लिए आवेदन देने की पृष्टि की। एक और आधिकारिक सूत्र ने कहा कि नोकिया ने भी योजना के लिए पंजीकरण कराया है। तुली ने कहा कि पीएलआई एक शानदार योजना है लेकिन “चयन के मानदंड के लिए घरेलू मूल्य संवर्धन” को काफी तवज्जो दी जानी चाहिए।’ सरकारी दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी आईटीआई लिमिटेड भी आवेदन जमा करने की प्रक्रिया में है। योजना के तहत वित्त वर्ष 2021-22 से वित्तीय वर्ष 2025-26 तक पांच वर्षों की अवधि के लिए मदद दी जाएगी। योजना से 3,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश आने और करीब 17,000 करोड़ रुपए का कर राजस्व पैदा होने की उम्मीद है। सरकार का उम्मीद है कि योजना से 2.44 लाख करोड़ रुपए के उपकरणों के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और पांच वर्षों में करीब दो लाख करोड़ रुपए का निर्यात होगा।