इस्लामाबाद, 26 जून (भाषा) विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तान ने धन शोधन तथा आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ वैश्विक निकाय द्वारा तय 27 में से 26 बिंदुओं को पूरा कर लिया है। कुरैशी ने शनिवार को कहा कि वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की ‘संदिग्धों की सूची’ में पाकिस्तान को बनाए रखने का कोई तुक नहीं है। एफएटीएफ की 21 से 25 जून के दौरान हुई पूर्ण बैठक में पाकिस्तान को मनी लांड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण पर अंकुश लगाने में विफल रहने पर ‘संदिग्ध देशों की सूची’ में बरकरार रखा है। इसके एक दिन बाद कुरैशी का यह बयान आया है। इसके अलावा एफएटीएफ ने आतंकवादी समूहों के कमांडरों हाफिज सईद तथा मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने और जांच करने को भी कहा गया है। कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने इस संबंध में जो भी कदम उठाए हैं, वे उसके अपने हित में हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश धन शोधन तथा आतंकवाद के वित्तपोषण पर लगाम लगाना चाहता है। उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें पाकिस्तान को एफएटीएफ की ‘ संदिग्धों की सूची’ में रखने खड़े रखने मंशा रखती हैं।