मुंबई 25 जून (भाषा) स्टार्टअप कंपनी फार्मईजी ने शुक्रवार को 6,300 करोड़ रुपये से अधिक के सौदे में जानी-मानी नैदानिक श्रृंखला चलाने वाली कंपनी थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज का अधिग्रहण करने की घोषणा की। इस सौदे में थायरोकेयर के 62 वर्षीय संस्थापक ए वेलुमणि से नियंत्रण वाली हिस्सेदारी की खरीद भी शामिल है। कंपनी के बयान के अनुसार फार्मईजी की पैतृक कंपनी एपीआई होल्डिंग्स ने पुणे में लोनावाला के पहाड़ी शहर में वेलुमणि और उसके सहयोगियों से थायरोकेयर के 66.1 प्रतिशत शेयरों को 1,300 रुपये प्रति शेयर पर खरीदने के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। बयान के अनुसार इस हिस्सेदारी की खरीद का मूल्य 4,546 करोड़ रुपये है। इसके अलावा एपीआई एक खुली पेशकश के माध्यम से सूचीबद्ध थायरोकेयर में अतिरिक्त 26 प्रतिशत का अधिग्रहण करेगी और इसके लिए 1,788 करोड़ रुपये की पेशकश कर रही है। जबकि एक अलग लेनदेन में वेलुमणि को एपीआई में पांच फीसदी तक निवेश करने का विकल्प दिया गया है। एपीआई होल्डिंग्स के मुख्य कार्यकारी सिद्धार्थ शाह ने कहा कि यह एक साहसी कदम है, जिसमें उनकी सात वर्ष पुरानी कंपनी 25 वर्ष पुरानी थायरोकेयर का अधिग्रहण कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सौदा थायरोकेयर की सेवाओं के साथ फार्मईजी की पेशकशों का तालमेल बिठाएगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारत के 70 प्रतिशत लोगों को 24 घंटे के भीतर उनके घरों में रक्त संबंधी नैदानिक रिपोर्ट और दवाएं मिल सकें।’’ फार्मईजी कंपनी दरअसल दवाओं का वितरण करती हैं। वर्तमान में थायरोकेयर के पास 4,000 साझेदार प्रयोगशालाओं का एक बड़ा नेटवर्क है। जबकि फ़ार्मईजी 6,000 डिजिटल परामर्श क्लीनिकों और 90,000 साझेदार खुदरा विक्रेताओं के नेटवर्क के माध्यम से मासिक रूप से 1.70 करोड़ ग्राहकों को सेवा प्रदान करती है।