नई दिल्ली: पड़ोसी मुल्क चीन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। चीन की अर्थव्यवस्था लगातार सिकुड़ती जा रही है। चीनी अर्थव्यवस्था पर दवाब बढ़ता जा रहा है। निर्यात घटने से इकॉनमी पर प्रभाव पड़ रहा है। ताजा आंकड़ों ने चीन की मुश्किलें और बढ़ा दी है। चीन के निर्यात में अगस्त में गिरावट धीमी रही है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक चीन का निर्यात 8.8 फीसदी घटा है।दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था घरेलू तथा विदेश दोनों ही स्तर पर कमजोर मांग के दबाव में है। सीमा शुल्क की ओर से बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में निर्यात सालाना आधार पर 8.8 प्रतिशत घटकर 284.87 अरब डॉलर रहा। यह पिछले महीने की तुलना में यह 14.5 प्रतिशत धीमा रहा।आयात एक साल पहले की तुलना में 7.3 प्रतिशत घटकर 216.51 अरब डॉलर रहा। चीन का व्यापार अधिशेष 13.2 प्रतिशत घटकर 68.36 अरब डॉलर हो गया, जो जुलाई के 80.6 अरब डॉलर से कम था। चीन के नेताओं ने हाल के महीनों में अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए कई नीतिगत उपाय किए, क्योंकि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद अर्थव्यवस्था उम्मीद से काफी पहले ही कमजोर पड़ गई है।